मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अग्रदूत पोर्टल लांच, नागरिकों तक आसानी से पहुंचेगी योजनाओं की जानकारी

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार पारदर्शिता के साथ नागरिकों तक पहुंच बनाने एवं लाभार्थियों को योजनाओं संबंधी जानकारी भेजने के लिए संचार क्रांति का भरपूर उपयोग कर रही है। बुधवार को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रालय में जनसंपर्क विभाग के अग्रदूत पोर्टल को लांच किया। लांचिग के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पहला मैसेज लाडली बहनों को भेजा। यह मैसेज सावन में रक्षाबंधन के शगुन स्वरूप एक अगस्त को लाडली बहनों के खातें में 250 रुपए अंतिरत करने संबंधी है।

मप्र शासन के जनसंपर्क विभाग द्वारा तैयार अग्रदूत पोर्टल सूचना ही शक्ति है के मंत्र को सार्थक करने वाला है। किसी भी राज्य के जनसंपर्क विभाग द्वारा नागरिकों की सुविधा एवं त्वरित सूचनाओं के लिए इस तरह की अभिनव पहल पहली बार की गई है। अग्रदूत पोर्टल द्वारा सिंगल क्लिक के माध्यम से प्रदेश के टार्गेट ऑडियंस तक सूचनाएं पहुंचाई जा सकेंगी।

  1. इस पोर्टल के जरिए कम समय में भी लक्षित नागरिकों तक पहुंच बनाई जा सकेगी।
  2. पोर्टल के माध्यम से त्रिस्तरीय रिव्यू के बाद संदेश वाट्सएप पर शेयर किया जाएगा।
  3. इसके जरिए प्रदेश के नागरिकों को जरूरतानुसार फिल्टर भी किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को मंत्रालय स्थित अपने कार्यालय से जनसंपर्क विभाग द्वारा तैयार किए अग्रदूत पोर्टल को लॉन्‍च किया। इस अवसर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पहला मैसेज लाड़ली बहनों को भेजा। यह संदेश सावन माह में रक्षाबंधन के शगुन स्वरूप 01 अगस्त को लाड़ली बहनों के खातों में 250 रुपये की धनराशि अंतरित करने के संबंध में था।

मध्यप्रदेश सरकार के जनसंपर्क विभाग द्वारा तैयार किया गया अग्रदूत पोर्टल सूचना ही शक्ति है की पहल पर काम करेगा। यह लक्षित समूह तक सिंगल क्लिक में सूचनाएं प्रसारित करने के लिए जनसंपर्क विभाग की अभिनव पहल है। अग्रदूत पोर्टल द्वारा सिंगल क्लिक के माध्यम से प्रदेश के टार्गेट ऑडियंस तक सूचनाएं पहुंचाई जा सकेंगी। पोर्टल के माध्यम से त्रिस्तरीय रिव्यू के बाद संदेश लोकप्रिय मोबाइल मैसेजिंग एप – व्हाट्सअप पर शेयर किया जाएगा एवं इसके माध्यम से एक साथ मल्टीमीडिया मैसेज ( ग्राफिक्स, टैक्स्ट, लिंक, वीडियो) भी शेयर किए जा सकेंगे। इसके माध्यम से नागरिकों तक आसानी से सूचनाएं पहुंचाई जा सकेंगी।
 

ये है खासियतें

अग्रदूत पोर्टल सूचना क्रांति के क्षेत्र में अभिनव पहल है। इसके माध्यम से कम समय में भी लक्षित नागरिकों तक पहुंच बनाई जा सकेगी। कम समय में ही सूचना प्रसार, व्यापक संचार, समग्र डेटाबेस का उपयोग, वाट्सएप के माध्यम से सूचना का प्रसार, सिंगल क्लिक आधारित, यूजर फ्रेंडली, त्रिस्तरीय अनुमोदन प्रक्रिया संपन्न होगी, जिससे मध्यप्रदेश में नागरिकों को पारदर्शिता के साथ सुशासन भी उपलब्ध होगा।
 

श्रेणी अनुसार कर सकेंगे विभाजित

अग्रदूत पोर्टल के माध्यम से प्रदेश के नागरिकों को आवश्यकतानुसार फिल्टर किया जा सकता है। उन्हें श्रेणी अनुसार विभाजित कर मैसेज या सूचनाएं भेजी जा सकेंगी। मसलन, इस पोर्टल में उम्र, लिंग, जाति, धर्म, व्यवसाय, दिव्यांगता, जिला/ स्थानीय निकाय/ क्षेत्र के अनुरूप चयनित कर जानकारी भेज सकेंगे।
Ladla Bhai Yojana: इस राज्य के युवा बनेंगे ‘लाडले’, हर महीने मिलेंगे 10 हजार रुपए

महाराष्ट्र की शिंदे सरकार महिला मतदाताओं को लुभाने के बाद अब युवाओं के लिए एक लोकलुभावन स्कीम लाई है। इस स्कीम का नाम है लाडला भाई योजना। इस नई योजना की घोषणा का उद्देश्य युवा पुरुषों का समर्थन करना है। इसके तहत जो युवा 12वीं हैं लेकिन बेरोजगार हैं उन्हें 6000 रुपये प्रति माह डिप्लोमा धारकों को 8000 रुपये और ग्रेजुएट धारक युवाओं को 10000 रुपये प्रति माह मिलेंगे।

Ladla Bhai Yojana
  1. लाडली बहना के बाद अब महाराष्ट्र में आई लाडला भाई योजना
  2. 12वीं पास लड़कों को हर महीने मिलेंगे 6 हजार रुपए
  3. जानें- किन युवाओं के खाते में आएगी रकम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) से पहले ही मौजूदा सरकार ने सत्ता में वापसी के लिए घोषणाओं की झड़ी लगा दी है। महाराष्ट्र सरकार ने लाडली बहना के बाद अब ‘लाडला भाई योजना’ लाने का एलान किया है।

इस योजना के तहत 12वीं की परीक्षा पास करने वाले छात्रों को हर महीने 6 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा इस योजना के तहत डिप्लोमा कर रहे छात्रों को हर महीने आठ हजार और ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने वाले स्टूडेंट्स को हर महीने 10 हजार रुपये देने का फैसला किया है।

‘लाडला भाई स्कीम’ का किसे मिलेगा लाभ?

इस योजना के तहत 12वीं पास करने वाले युवाओं को 6 हजार रुपये प्रति माह दिया जाएगा। तो, डिप्लोमा करने वाले युवाओं को 8 हजार रुपये दिए जाएंगे। वहीं, ग्रेजुएट युवाओं को 10 हजार रुपये प्रति माह दिए जाएंगे।

योगता राशि
12वीं पास6 हजार रुपये
डिप्लोमा8 हजार रुपये
ग्रेजुएट10 हजार रुपये
डॉ भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना
    • योजना का उद्देश्य : योजना का उद्देश्य अनुसूचित जाति वर्ग के हितग्राहियों को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।

 

    • योजना का क्रियान्वयन:  डॉ भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना के क्रियान्वयन के लिए एवं वित्तीय लक्ष्यों का निर्धारण जिलेवार प्रबंध संचालक, म0प्र0 राज्य सहकारी अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम मर्यादित, भोपाल द्वारा किया जावेगा।

 

    • पात्रता:
      • योजना का कार्यक्षेत्र सम्पूर्ण मध्यप्रदेश होगा (अर्थात योजना का लाभ उन्हीं उद्यमों को देय होगा, जो मध्यप्रदेश सीमा के अन्दर स्थापित हों)।
      • आवेदक मध्यप्रदेश का मूल निवासी हो।
      • आवेदक अनुसूचित जाति वर्ग का सदस्य हो। (सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी प्रमाण पत्र सलंग्न करना होगा)।
      • आवेदन दिनांक को आयु 18 से 55 वर्ष के मध्य हो।
      • किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक/वित्तीय संस्था/सहकारी बैंक का चूककर्ता /अशोधी Defaulter नहीं होना चाहिए।
      • यदि कोई व्यक्ति किसी शासकीय उद्यमी/स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत सहायता प्राप्त कर रहा हो, तो इस योजना के अन्तर्गत पात्र नहीं होगा।
      • सिर्फ एक बार ही इस योजना के अन्तर्गत सहायता के लिए पात्र होगा।
      • योजना उद्योग/सेवा व्यवसाय क्षेत्र के लिए होगी।

 

  • वित्तीय सहायता:
    • सभी प्रकार के स्वरोजगार हेतु रु 10 हज़ार से रु 1 लाख तक की परियोजनाए
    • ब्याज अनुदान – योजनान्तर्गत अनुसूचित जाति वर्ग के हितग्राहियों को बैंक द्वारा वितरित / शेष (Outstanding) ऋण (Term Loan & Working Capital Loan ) पर 7% प्रतिवर्ष की दर से ब्याज अनुदान अधिकतम 5 वर्षो तक (मोरेटोरियम अवधि सहित ), नियमित रूप से ऋण भुगतान (निर्धारित समय एवं राशि ) की शर्त पर निगम द्वारा दिया जायेगा
भगवान बिरसा मुण्डा स्वरोजगार योजना

भगवान बिरसा मुण्डा स्वरोजगार योजना (नवीन योजना )

    • योजना का नाम:  भगवान बिरसा मुण्डा स्वरोजगार योजना (नवीन योजना)

 

    • योजना का उद्देश्य : योजना का उद्देश्य अनुसूचित जन जाति वर्ग के हितग्राहियों को नवीन उद्यमों की स्थापना हेतु कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।

 

    • शैक्षणिक योग्यता : न्यूनतम 8 वी कक्षा उत्त्रीण ।

 

    • योजना का क्रियान्वयन:  भगवान बिरसा मुण्डा योजना के क्रियान्वयन के लिए नोडल एजेन्सी, प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश आदिवासी वित्त एवं विकास निगम भोपाल होगा सहायक आयुक्त /जिला संयोजक /शाखा प्रबंधक मध्यप्रदेश आदिवासी वित्त एवं विकास निगम एवं महाप्रबंधक, जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के माध्यम से योजना का संचालन कराया जावेगा

 

    • पात्रता:
      • योजना का कार्यक्षेत्र सम्पूर्ण मध्यप्रदेश होगा (अर्थात योजना का लाभ उन्हीं उद्यमों को देय होगा, जो मध्यप्रदेश सीमा के अन्दर स्थापित हों)।
      • आवेदक मध्यप्रदेश का मूल निवासी हो।
      • आवेदक अनुसूचित जन जाति वर्ग का सदस्य हो। (सक्षम प्राधिकारी द्वारा जारी प्रमाण पत्र सलंग्न करना होगा)।
      • आवेदन दिनांक को आयु 18 से 45 वर्ष के मध्य हो।
      • किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक/वित्तीय संस्था/सहकारी बैंक का चूककर्ता /अशोधी Defaulter नहीं होना चाहिए।
      • यदि कोई व्यक्ति किसी शासकीय उद्यमी/स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत सहायता प्राप्त कर रहा हो, तो इस योजना के अन्तर्गत पात्र नहीं होगा।
      • सिर्फ एक बार ही इस योजना के अन्तर्गत सहायता के लिए पात्र होगा।
      • योजना उद्योग/सेवा व्यवसाय क्षेत्र के लिए होगी।

 

  • वित्तीय सहायता:
    • उद्योग विनिर्माण ईकाई के लिए राशि रु 1 लाख से रु 50 लाख तक की परियोजनाए
    • सेवा (सर्विस ) ईकाई एवं खुदरा व्यवसाय (रिटेल ट्रेड ) हेतु रु 1 लाख से रु 25 लाख तक की परियोजनाए
    • ब्याज अनुदान – योजनान्तर्गत अनुसूचित जन जाति वर्ग के हितग्राहियों को बैंक द्वारा वितरित / शेष (Outstanding) ऋण (Term Loan & Working Capital Loan ) पर प्रतिवर्ष 5% अथवा वास्तविक, (जो भी कम हो ) की दर से ब्याज अनुदान अधिकतम 7 वर्षो तक (मोरेटोरियम अवधि सहित ), नियमित रूप से ऋण भुगतान (निर्धारित समय एवं राशि ) की शर्त पर निगम द्वारा दिया जायेगा
iibf book
IIBF BC/BF परीक्षा

इस परीक्षा के माध्यम से बैंकिंग सेवाओं को गाँवों और छोटे शहरों में प्राप्त कराने की पहल को मजबूती से आगे बढ़ाया जा सकता है। इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले उम्मीदवार ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं, जिससे सामाजिक और आर्थिक समृद्धि की दिशा में एक प्रमुख कदम उठाया जा सकता है

आईआईबीएफ (IIBF) बैंकिंग संस्थान की योजना (BC/BF) परीक्षा को एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है जो बैंकिंग सेवाओं को गाँवों और छोटे शहरों तक पहुँचाने का एक प्रमुख माध्यम है। यह परीक्षा उन व्यक्तियों के लिए है जो बैंकिंग सेवाओं को गाँवों और छोटे शहरों में प्रदान करते हैं, जिन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग की विभिन्न सेवाओं का प्रावधान करने की क्षमता की जरूरत होती है।

आईआईबीएफ बैंकिंग संस्थान की योजना (BC/BF) परीक्षा उन व्यक्तियों के लिए है जो बैंकिंग सेवाओं को गाँवों और छोटे शहरों में प्रदान करते हैं, जिन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग की विभिन्न सेवाओं का प्रावधान करने की क्षमता की जरूरत होती है। यह परीक्षा इन व्यक्तियों की योग्यता और उनके बैंकिंग ज्ञान को मापने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।

यह परीक्षा आईआईबीएफ द्वारा आयोजित की जाती है और इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं को प्रोत्साहित करना है। यह एक Online आधारित परीक्षा है जिसमें कृषि ऋण, वित्तीय समझ, बैंकिंग संचालन, और बैंकिंग संस्थान के नियम-कानूनों को समझने की क्षमता का मूल्यांकन किया जाता है।

इस परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करने वाले उम्मीदवार ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं को प्रदान करने के लिए प्रमाणित किए जाते हैं और वे बैंकिंग संस्थानों में काम कर सकते हैं। यह परीक्षा उन व्यक्तियों को सक्षम बनाती है जो गाँवों और छोटे शहरों में बैंकिंग सेवाओं को प्रदान करके लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना चाहते हैं।

इस परीक्षा के लिए तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को बैंकिंग, वित्त, और बाजार के बारे में समग्र ज्ञान होना चाहिए। वे परीक्षा की तैयारी के लिए आईआईबीएफ द्वारा प्रदान की गई सामग्री, पुस्तकें, और ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं।

आखिरकार, आईआईबीएफ (IIBF) बैंकिंग संस्थान की योजना (BC/BF) परीक्षा एक महत्वपूर्ण कदम है जो बैंकिंग सेवाओं को गाँवों और छोटे शहरों में पहुँचाने में मदद करता है और ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक स्थिति को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

L0 Biometric / Aadhaar Authentication Device soon close

हाल के समय में, उंगली प्रिंट प्रौद्योगिकी का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ता ही जा रहा है। लेकिन उत्पादन की तकनीकी समस्याओं के कारण, L0 पंजीकृत उंगली प्रिंट उपकरणों का बंद होने जा रहा है। इस लेख में, हम इस मुद्दे पर गहराई से विचार करेंगे।

L0 पंजीकृत उंगली प्रिंट उपकरणों को बंद किया जा रहा है क्योंकि उनमें संचालन की कई तकनीकी समस्याएं हैं। इन समस्याओं का समाधान करना और उन्हें अद्यतन करना अधिक कठिन है, और नए और उन्नत उपकरणों का विकास हो रहा है, जो स्वचालित और अधिक सुरक्षित हो सकते हैं।

इस बंदीकरण का प्रभाव वे सभी उपयोगकर्ताओं पर पड़ेगा जो इन L0 पंजीकृत उंगली प्रिंट उपकरणों का उपयोग करते हैं। वे अब नए और अधिक सुरक्षित प्रौद्योगिकी की तलाश करेंगे जो उनकी आवश्यकताओं को पूरा कर सके।

लगातार प्रौद्योगिकी की अद्यतन के साथ, हमें स्वीकार करना होगा कि पुराने प्रौद्योगिकी को समय-समय पर बदलना और अद्यतन करना आवश्यक है। L0 पंजीकृत उंगली प्रिंट उपकरणों की बंदीकरण एक ऐसा कदम है जो नई और उन्नत प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित करता है और उपयोगकर्ताओं को अधिक सुरक्षित और प्रभावी उपकरणों की ओर मोड़ता है।

L1 फिंगरप्रिंट डिवाइस: एक नई उम्मीद तकनीक का परिचय

आधुनिक तकनीकी विकास के साथ, डेटा सुरक्षा और निजता के मामले में नए सुरक्षा प्रणालियों की तलाश हमेशा जारी रहती है। खासकर उन क्षेत्रों में जहां विशेष रूप से निजता का महत्व है, ऐसे मामलों में फिंगरप्रिंट प्रमाणित करने की तकनीक अद्वितीय है। आज, हम L1फिंगरप्रिंट डिवाइस के बारे में चर्चा करेंगे, जो नए सुरक्षा स्तर का प्रतीक है।

L1 फिंगरप्रिंट डिवाइस एक प्रौद्योगिकी है जो उच्च स्तरीय तकनीक का उपयोग करते हुए निजी और संगठित स्थानों में प्रवेश को सुरक्षित बनाती है। यह डिवाइस उपयोगकर्ताओं की पहचान के लिए उनके उंगलियों की फिंगरप्रिंट का उपयोग करती है। एक उपयोगकर्ता अपनी उंगली को डिवाइस पर स्कैन करता है, और उसकी फिंगरप्रिंट इसे पहचानने के लिए उपयोग की जाती है। यह उपकरण उत्कृष्ट डेटा सुरक्षा प्रदान करता है और अनधिकृत प्रवेश को रोकता है।

L1फिंगरप्रिंट डिवाइस का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में हो सकता है, जैसे कि सरकारी निकाय, बैंक, और कार्यालय। इसका उपयोग स्थानीय निजी और संगठित स्थानों में भी हो सकता है, जहां सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।

L1 फिंगरप्रिंट डिवाइस के कई लाभ हैं। पहले, यह अद्वितीय सुरक्षा प्रणाली प्रदान करता है, जो अधिक सुरक्षित प्रवेश की गारंटी देता है। दूसरे, इसे उपयोग करना अत्यंत सरल है, और फिंगरप्रिंट स्कैनिंग तकनीक तेज़ और प्रभावी होती है। तीसरे, इसे अन्य प्रवेश पद्धतियों के समानार्थक रूप में उपयोग किया जा सकता है, लेकिन यह उपकरण अधिक सुरक्षित होता है।

इसके अतिरिक्त, एल1 फिंगरप्रिंट डिवाइस के उपयोग से पेपरलेस प्रवेश प्रणाली का भी विकास होगा, जो पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी को कम करेगा। यह न केवल अधिक तेज़ और प्रभावी होगा, बल्कि यह पेपर की बर्बादी को भी कम करेगा।

Bank of Baroda BC Outlet Inspection Risk Categorization Matrix

बैंक ऑफ़ बड़ौदा अपने BC आउटलेट (किओस्क) का प्रतिमाह इंस्पेक्शन करेगा और निम्नलिखित सूची के आधार पर उनको अंक देगा , अंको के आधार पर BC आउटलेट (किओस्क) को 4 category में रखा जावेगा (Very High Risk / High Risk / Medium Risk / Low Risk), Very High Risk BC आउटलेट (किओस्क) को बंद करने की कार्यवाही की जाएगी

Bank of Baroda

1Display of Do’s & Don’ts boad at pc pointBoard Present and visible5 mark5
Board Present and No visible3 mark
Board Not Present0 mark
2Display of out Bank’s signage and Branding Material at pc pointBoard Present and visible5 mark5
Board Present and No visible3 mark
Board Not Present0 mark
Other Bank / FI(-) 2 mark
3BC settelemtn acCredit at least once in a month5 mark5
Not once in a month0 mark
4Suspected frauds of Biomectric Cloing0 comlaints10 Mark10
1 ccomlaints0 Mark
investigation and termination
5Complaints against BC0 comlaints 10 Mark10
1-2 comlaints 7 Mark
3-5 comlaints 3 Mark
6-10 comlaints 0 mark
> 10 comlaints(-) 5 mark
6Percentage of Slippage of ac whose leads were  generated by BC in last 12 Month< 1%10 Mark10
1% to <5%6 mark
5% to <10%3 mark
10% to < 20%(-) 5 mark
>20 % (-) 10 mark
Not generated any lead in 12 Month(-) 2 mark
7Percentage of account reported as fraud  whose leads were  generated by BC in last 12 Month< 1%10 Mark10
1% to <5%3 mark
5% to <10%0 mark
10% to < 20%(-) 5 mark
>20 % (-) 10 mark
Not generated any lead in 12 Month(-) 2 mark
     
Total55
     
     
SIRisk ScoreCategory
1< 10Very High Risk
210-20High Risk
321-45Medium Risk
446-55Low Risk

अधिक जानकारी के लिए आप सम्बन्धी विडिओ देख सकते है

SBI ने बढ़ाया ग्राहकों का खर्च | ATM Charges

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कुछ डेबिट कार्ड से संबंधित वार्षिक रखरखाव शुल्क में संशोधन किया है। नई प्रस्तावित दरें 1 अप्रैल, 2024 से एसबीआई की वेबसाइट पर प्रभावी होंगी

यहां 1 अप्रैल से प्रभावी संशोधित वार्षिक रखरखाव शुल्क पर एक नजर डालते है

sbi

Classic debit cards
For cards including Classic, Silver, Global, Contactless Debit Cards the annual maintenance is hiked to Rs. 200/ + GST from existing Rs.125/ +GST.

Yuva and other cards
For debit cards such as Yuva, Gold, Combo Debit Card, My Card (Image Card), the annual maintenance is hiked to Rs. 250/+ GST from existing Rs.175/ + GST.

Platinum Debit Card
For SBI Platinum debit card, the annual maintenance is hiked to Rs. 325/+ GST from existing Rs. 250/ +GST.

Premium Business Debit Card
For SBI debit cards such as Pride Premium Business Debit Card, the annual maintannce charges is increased to Rs. 425/+ GST from Rs.350/ +GST.

Note: GST is applicable @ 18%