कुंडली में शनि के कमजोर होने पर कई तरह के लक्षण
कुंडली में शनि के कमजोर होने पर कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे बार-बार धन हानि, मेहनत का फल न मिलना, नौकरी या व्यवसाय में दिक्कतें, और घर-परिवार में अशांति.
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं:
समय से पहले बाल झड़ना, आंखों की समस्या, कान में दर्द, शारीरिक कमजोरी, पेट दर्द, टीबी, कैंसर, चर्म रोग, फ्रैक्चर, लकवा, सर्दी, अस्थमा आदि.
1.मनोवैज्ञानिक समस्याएं:
नकारात्मकता, आलस्य, बुरी आदतों का विकास
2.भगवान से दूर होने का विचार आना.
व्यवसाय और धन संबंधी समस्याएं:
बार-बार धन हानि, नौकरी या व्यवसाय में रुकावटें, कर्ज का बोझ बढ़ना, और धन-संपत्ति का नाश होना.
3.पारिवारिक समस्याएं:
घर में कलह, वाद-विवाद, और झूठे आरोप लगना.
बनते काम में रुकावट, घर में आग लगना, या घर का बिक जाना.
4.धार्मिक कार्यों में हिस्सा न लेना, और धर्म-कर्म पर विश्वास न रहना.
,5.बात-बात पर गुस्सा आना, और दूसरों से झगड़ना.
6गलत संगत में फंसना और बुरी आदतों का शिकार होना.
7.लगातार बीमार रहने लगना.
8.नर्वस सिस्टम की समस्याएं ज्यादा होना.
9.अचानक दुर्घटना किसी दुर्घटना में अपंगता या गंभीर रोग जैसे कैंसर आदि का सामना करना पड़ सकता है.
मकान का क्षतिग्रस्त होना:
10.कुंडली में शनि के अशुभ प्रभाव से मकान का क्षतिग्रस्त होना, मकान का गिरना या मकान बिकने जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है.
11.समय से पहले आंखों का कमजोर होना:
समय से पहले आंखों का कमजोर होना.
12.कम उम्र में जरूरत से ज्यादा बालों का झाड़ना:
ज्यादातर सिर में दर्द रहना:चोरी, छल-कपट करना:
आलस्य की सीमा पार कर देना: