मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल भोपाल
मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल भोपाल

M.P. EMPLOYEES SELECTION BOARD

मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल भोपाल

समूह 2 उपसमूह 4 सहा0 संपरीक्षक, सहा0 जनसम्पर्क अधिकारी, सहा0 नगर निवेक्षक, सहा0 राजस्व अधिकारी, सहा0 अनिशमन, अधि0 एवं समक्ष पदों पर सीधी भर्ती एवं बैकलॉग भर्ती

तथा भू अभिलेख, राजस्व विभाग के अंतर्गत पटवारी पद हेतु सयुंक्त भर्ती परीक्षा

MPPEB Group 2 Recruitment 2022:मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह 2 उपसमूह 3 के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दिया गया है। मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह 2 उपसमूह 3 के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए संबंधित दिशा-निर्देश दिए गए।

मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह 2 उपसमूह 3 के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दिया गया है। मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह 2 उपसमूह 3 के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए वेबसाइट पर नोटिफिकेशन में भर्ती से संबंधित दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। इसमें समूह 2 उपसमूह 3 के 344 पदों पर भर्ती निकली है।जिसमें 333 सीधी भर्ती, 01 संविदा भर्ती और 10 बैकलाग भर्ती के तहत पदों को भारा जाएगा।आवेदन और परीक्षा से संबंधित नियमपुस्तिका मंडल की वेबसाइट पर उपलब्ध है, जिसमें उल्लेखित सभी नियमों व जानकारी का अध्ययन करके ही आवेदन पत्र भरा जाए। इस भर्ती के तहत स्वच्छता निरीक्षक, केमिस्ट एवं समकक्ष पदों पर सीधी और बैकलाग भर्ती पदों को भरा जाएगा। समूह 2 उपसमूह 3 भर्ती के लिए स्नातक पास उम्मीदवार आनलाइन फार्म सोमवार से कर सकते हैं

ऑनलाइन आवेदन पत्र

इस परीक्षा के लिए भोपाल, इंदौर, जबलपुर,ग्वालियर, सतना, उज्जैन, नीमच, सागर व सीधी में केंद्र बनाए जाएंगे।

आवेदन पत्र भरने की प्रारंभ तिथि 05 जनवरी 2023

आवेदन पत्र में संशोधन करने की प्रारंभ तिथि 05 जनवरी 2023

परीक्षा दिनांक और दिन

आवेदन पत्र भरने की प्रारंभ तिथि 19 जनवरी 2023

आवेदन पत्र में संशोधन करने की प्रारंभ तिथि 24जनवरी 2023

15 मार्च 2023 से

परीक्षा शुक्ल

सीधी भर्ती / सविदा पदों हेतु

अनारक्षित अभ्यर्थियों के लिए

अनुसूचित जाती/ अनुसूचित जनजाति / अन्य पिछड़ा वर्ग / दिव्यांग अभ्यर्थी के लिए

सीधी भर्ती / बैकलॉग

500/-

250/-

कोई शुल्क नहीं

ऑनलाइन आवेदन कीओस्क के माध्यम से ऑनलाइन भरने वाले अभ्यर्थियों हेतु MPOnline का पोर्टल शुल्क 60/- देय होगा
इसके अतिरिक्त रेजिस्टर्ड सिटीजन यूजर मके माध्यम से लॉगिन कर फॉर्म भरने पोर्टल शुल्क 20/- देय होगा

ऑनलाइन परीक्षा की समय सारणी

परीक्षा दिनाक

15 मार्च 2023 से

परीक्षा की पाली

प्रथम

द्रितीय

रिपोर्टिंग समय

7 :00 am से 8:00 am तक

12 :30 Pm से 1:30 pm तक

महत्वपूर्ण निर्देश पड़ने का समय

8 :50 am से 9:00 am तक

2 :20 am से 2:30 am तक

उत्तर लिखने का समय

9 :00 am से 12:00 pm तक

2 :30 pm से 5:30 pm तक

विशेष नोट मंडल अपनी सुविधा अनुसार परीक्षा तिथि / परीक्षा पाली / शहर / केंद्र एवं अन्य विन्दुओ में परिवर्तन कर सकता है

website: www.peb.mp.gov.in

E-Complain Id : Complain.peb@mp.gov.in

School time
ठंड के कारण स्कूल का समय हुआ चेंज | जबलपुर कलेक्टर श्री शेखर कुमार सुमन का आदेश

ड के कारण स्कूल का समय हुआ चेंज

ठंड के कारण स्कूल का समय हुआ चेंज

ठंड के कारण स्कूल का समय हुआ चेंज

jbp col shekhar kumar suman

जबलपुर कलेक्टर श्री शेखर कुमार सुमन ने जबलपुर जिले में लगातार तापमान में गिरावट के कारण बढ़ती सर्दी में रखते हुए जिले में संचालित समस्त शासकीय / अशासकीय / अनुदानप्राप्त / मान्यता प्राप्त CBSC /ICSC / MPBSE प्राथमिक / माध्यमिक / हाई / हा0 सेकेंडरी शालाओ का संचालन दिनाक 23 नबम्बर 2022 से सुबह 8:30 बजे या उसके पश्चात करने का आदेश दिया .

आगामी आदेश तक यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागु होगा

Jabalpur News

thand
TIL
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार चेहरे पर तिल का प्रभाव

जानें चेहरे के अलग-अलग हिस्सों पर तिल होने का क्या मतलब है

मनुष्य के शरीर के कई हिस्सों में छोटे-छोटे कई काले-और लाल बिंदू देखने को मिलते हैं, जिन्हें तिल कहा जाता है. ये तिल यदि चेहरे पर हों तो चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने का काम करते हैं. वैसे इन तिलों से इंसान की ना सिर्फ खूबसूरती बढ़ती है, बल्कि ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में इन्हें काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. ये तिल आपके जीवन से जुड़े कई संकेत देते हैं, जिनमें कुछ अच्छे माने जाते हैं वहीं कुछ तिल अशुभ माने जाते हैं. इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र में तिल से मनुष्य के व्यक्तित्व का भी पता लगाया जा सकता है.

Mole On Face

यदि चेहरे पर दाहिने भाग में लाल या काला तिल हो, तो वह व्यक्ति यशस्वी, धनवान तथा सुखी होता है।

यदि नीचे के होठ पर तिल का चिह्न हो, तो ऐसा व्यक्ति निर्धन होता है तथा जीवन भर गरीबी में दिन व्यतीत करता है।

यदि ऊपर के होठ पर तिल का चिह्न हो, तो ऐसा व्यक्ति अत्यधिक विलासी और काम पिपासु होता है।

यदि बायें कान के ऊपरी सिरे पर तिल का चिह्न हो, तो वे व्यक्ति दीर्घायु पर कमजोर शरीर के होते हैं।

यदि दाहिने कान के ऊपरी सिरे पर तिल का चिह्न हो, तो वे व्यक्ति सरल स्वभाव के तथा युवावस्था में पूर्ण उन्नति करने वाले होते हैं।

यदि दाहिने कान के पास तिल हो, तो ये व्यक्ति साहसी होते हैं।

यदि नासिका के मध्य भाग में तिल हो, तो वह व्यक्ति यात्रा करने वाला तथा दुष्ट स्वभाव वाला होता है।

यदि ललाट की दाहिनी कनपटी पर तिल हो, तो ऐसा व्यक्ति प्रेमी, समृद्ध तथा सुखपूर्ण जीवन व्यतीत करने वाला होता है।

यदि ठोड़ी पर तिल हो, तो वह व्यक्ति अपने काम में ही लगा रहने वाला होता है तथा स्वार्थी होता है।

यदि गर्दन पर तिल हो, तो वे व्यक्ति-बुद्धिमान होते हैं तथा अपने प्रयत्नों से धन संचय करते हैं।

नाक पर तिल
नाक के अग्र भाग पर तिल हो तो ऐसे व्यक्ति लक्ष्य बना कर चलने वाले होते हैं.
नाक के नीचे (मूछ वाली जगह) पर कहीं भी तिल हो वह व्यक्ति भी अधिक विलासी होते हैं और नींद बहुत अधिक पसंद करते हैं.
नाक के दाहिने हिस्से पर तिल जीवन में सुख, धन-सम्पत्ति की कमी नहीं होगी दर्शाता है.
नाक के बाएं हिस्से पर तिल जीवन में संघर्ष, सफलता में अड़चने आएगी दर्शाता है.
माथे के दाहिनी तरफ तिल का होना धन हमेशा बढ़ता रहेगा का संकेत देता है.
ललाट के मध्य भाग में तिल का होना भाग्यवान और निर्मल प्रेम की निशानी माना जाता है..


माथे पर तिल
माथे के बाईं तरफ तिल का होना फिजूलखर्ची का प्रतीक होता है.

गाल पर तिल
दाएं गाल पर तिल हो तो ऐसे व्यक्ति धनवान होते हैं.
बाएं गाल पर तिल हो तो ऐसे व्यक्ति खर्चीले होते हैं.


ठोड़ी पर तिल
​ठोड़ी पर तिल इस बात का सूचक है कि व्यक्ति सफल और संतुष्ट है.
​ठोड़ी पर तिल का होना भी शुभ होता है. व्यक्ति के पास हमेशा धन प्राप्ति का साधन रहता है.
जिस स्त्री की ठोड़ी पर तिल होता है, उसमें मिलनसारिता की कमी होती है.
जिस पुरुष ठोड़ी पर तिल होता है, उसका स्त्री से प्रेम नहीं रहता है स्त्री से मनमुटाव रहता है.

आंख पर तिल
दाईं आंख पर तिल स्त्री से मेल होता है.
बाईं आंख पर तिल हो तो व्यक्ति के विचार उच्च होते हैं. आंख पर तिल वाले लोग सामान्यत: भावुक होते हैं.
​दाईं आंख पर तिल स्त्री से मेल होने का एवं बाईं आंख पर तिल स्त्री से अनबन होने का संकेत देता है.


आईब्रो पर तिल
यदि दोनों आईब्रो पर तिल हो तो जातक अकसर यात्रा करता रहता है.
दाहिनी आईब्रो पर तिल सुखमय और बाईं आईब्रो पर तिल दुखमय दांपत्य जीवन का संकेत देता है.
दोनों आईब्रो के ठीक बीच में तिल होने पर व्यक्ति बहुत बुद्धिमान होता है. ये लोग अपनी बुद्धि के बल पर ही कार्यों में सफलता और पैसा प्राप्त करते हैं.

 

होंठ पर तिल
ऊपरी होंठ के दांए तरफ तिल हो तो जीवनसाथी का पूर्ण साथ मिलता है.
ऊपरी होंठ के बाएं तरफ तिल होना जीवनसाथी के साथ लगातार विवाद होने का सूचक माना जाता है.
​निचले होंठ के दांए तरफ तिल हो तो वह व्यक्ति अपने क्षेत्र में बहुत प्रसिद्दि प्राप्त करते हैं. साथ ही साथ इन्हें भोजन से कोई खास लगाव नहीं होता, लेकिन विपरीत जेंडर इन्हें अधिक आकर्षित करते हैं.
निचले होंठ के बाएं तरफ तिल होना किसी विशेष रोग के होने का सूचक होता है एवं ऐसे व्यक्ति अच्छा भोजन खाने और नए वस्त्र पहनने के शौकीन होते हैं.

MPBSE DATE
माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल मध्यप्रदेश की कक्षा 9 से 12 तक नामांकन और मुख्य परीक्षा आवेदन की तिथि बढ़ाई गई

माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल मध्यप्रदेश ने तिथि को बढ़ाते हुए 4 दिसम्बर 2022 तक कर दिया

माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल मध्यप्रदेश की कक्षा 9 से 12 तक नामांकन और मुख्य परीक्षा (नियमित और स्वाध्यायी) आवेदन की 20 नबंबर 2022 तक थी , परन्तु छात्रों और अविभावको की सुविधा को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल मध्यप्रदेश ने तिथि को बढ़ाते हुए 4 दिसम्बर 2022 तक कर दिया जिसमे विलम्ब शुल्क के साथ कक्षा 9 से 12 तक नामांकन और मुख्य परीक्षा (नियमित और स्वाध्यायी) आवेदन भरे जा सकते है माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल मध्यप्रदेश का आदेश पढ़ने निचे दी लिंक का प्रयोग करे

Jain Stone
mpbse
MPBSE अब कक्षा 9 से 12 तक की अर्धवार्षिक परीक्षा 12 दिसम्बर 2022 से
mpbse

अब कक्षा 9 से 12 तक की अर्धवार्षिक परीक्षा 12 दिसम्बर 2022 से

माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल मध्यप्रदेश की कक्षा 9 से 12 तक की अर्धवार्षिक परीक्षा 1 दिसम्बर 2022 होना था लेकिन अब इसकी तिथी को आगे बढ़ा दिया गया है लोक शिक्षण संचानालय की तरफ से इसकी जानकारी दी गई है प्राप्त जानकारी के अनुसार परीक्षा कार्यक्रम में परिवर्तन का कारण मध्यप्रदेश में 4 और 5 दिसम्बर 2022 को अनुगूँज कार्यक्रम आयोजित है जिस कारण परीक्षाओ पर इसका असर पड़ सकता है इस कारण यह निर्णय लिया गया की कक्षा 9 से 12 तक की अर्धवार्षिक परीक्षा 12 दिसम्बर 2022 से आयोजित कराई जाये

kala dhaga
गले में क्यों पहनते हैं काला धागा? जानें क्या है ज्योतिष में इसका महत्व
kala dhaga

गले में क्यों पहनते हैं काला धागा? जानें क्या है ज्योतिष में इसका महत्व
काला रंग शनि ग्रह का रंग माना जाता है.
काला रंग शनि ग्रह का रंग माना जाता है.
यूं तो काला धागा पहनना आजकल फैशन में आ गया है. जिसे देखो वह पैर, गले या हाथ में काला धागा पहनते दिख जाता है. इसके पीछे के कारण जाने बिना ही काला धागा धारण करना नुकसानदायक हो सकता है. जानें गले में काला धागा पहनने का क्या महत्व है?

जो व्यक्ति काला धागा धारण करते हैं, वे बुरी शक्तियों के प्रभाव से बच जाते हैं.
काला धागा धारण करना सभी के लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है.

Kala Dhaga Ka Mahatva : अक्सर आपने बहुत से लोगों को पैर और गले में काला धागा पहने हुए देखा होगा, जिसको लेकर कई तरह की धार्मिक मान्यताएं हैं. एक मान्यता यह भी है कि काला धागा पहनने से बुरी नजर नहीं लगती. इससे पहले एक आर्टिकल में हमने जाना था- पैर में काला धागा पहनने के फायदे और उसके नियम. आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे गले में काला धागा पहनने का महत्व. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं


कम होता है शनि का दुष्प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह का संबंध काले रंग की वस्तुओं से होता है. काला रंग शनि ग्रह का रंग माना जाता है. मनुष्य के जीवन में आ रही समस्याओं का संबंध भी शनि ग्रह से ही जोड़ा जाता है. हर व्यक्ति शनि के दुष्प्रभाव से बचने के लिए काले रंग से जुड़े कई ज्योतिष उपाय करता है. शनि की बुरी नजर से बचने के लिए ज्योतिष शास्त्र में काले रंग का धागा गले में धारण करने की सलाह दी जाती है. इससे आपके जीवन में आ रही समस्याओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जो व्यक्ति गले में काला धागा धारण करते हैं, उन पर शनि देव अपनी कुदृष्टि नहीं रखते. काला धागा शनि देव को आकर्षित करता है जो मनुष्य के लिए लाभदायक होता है. ऐसे व्यक्ति के लिए शनि परेशानी का कारण ना बनते हुए उनकी सफलता में सहयोगी बन जाते हैं.

नजर और नकारात्मकता से रक्षा करता है काला धागा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जो व्यक्ति काला धागा धारण करते हैं, वे बुरी शक्ति के प्रभाव से बच जाते हैं. इसके अलावा नकारात्मक ऊर्जा को काला धागा अवशोषित करके शरीर पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ने देता. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गले में काला धागा धारण करना सभी के लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है परंतु बच्चों को काला धागा पहनाने से पहले उसकी लंबाई का ध्यान रखें, ताकि वह किसी चीज में फंस कर बच्चे को नुकसान ना पहुंचा पाए.

Mobile Recharge
अपना मोबाइल नंबर कैसे पता करे ? मोबाइल में बैलेंस न होने पर!

जिओ, एयरटेल, आईडिया, वोडाफोन कंपनी का मोबाइल नंबर!

Mobile Recharge

अगर आप मोबाइल रिचार्ज का व्यवसाय करते है तो कई बार आपके पास कस्टमर रिचार्ज करने आते है और उनको आपने नंबर याद नहीं रहता , या वो गलत नंबर बता सकते है जिससे गलत रिचार्ज होने से आपको हानि हो सकती है या टेक्नोलॉजी के ज़माने में आज दो-तीन सिम का उपयोग किया जाना आम बात है। कुछ लोग तो एक सिम को थोड़े टाइम इस्तेमाल करने के बाद नयी सिम ख़रीद लेते है परन्तु ज्यादा सिम होने की वजह से मोबाइल नम्बर याद रख पाना मुश्किल होता है। तो यदि आप भी कभी अपने मोबाइल नम्बर भूल जाते है या याद नहीं रख पाते है तो आज की पोस्ट में आपको बताया जाएगा की अपना मोबाइल नंबर कैसे पता करें।

कभी-कभी आपके किसी फ्रैंड या फैमिली में किसी को मोबाइल नंबर देने की जरुरत पड़ जाती है। लेकिन आपको नम्बर याद ना हो और आपने मोबाइल में बैलेंस न हो (बैलेंस न होने पर आप फ्रैंड या फैमिली को कॉल नहीं कर सकते ) तो ऐसी स्थिति में आप कुछ USSD कोड की मदद से अपने मोबाइल नम्बर पता कर सकते है।

मोबाइल नंबर कैसे पता करे

किसी भी सिम का नम्बर उसके USSD Code से पता चल जाता है। सभी सिम के अपने-अपने अलग USSD Code होते है। आगे आपको सभी मोबाइल ऑपरेटर की सिम के USSD कोड या नम्बर बताएँगे जिसकी मदद से आप अपना मोबाइल नंबर जान सकते है:

यदि आप Idea या VI सिम का इस्तेमाल करते है और अपने Idea/VI के मोबाइल नम्बर चेक करना चाहते है तो नीचे बताए गए USSD कोड को Dial कर मोबाइल नंबर पता लगा सकते है

*199#

यदि आप Airtel सिम का इस्तेमाल करते है और अपने Airtel के मोबाइल नम्बर चेक करना चाहते है तो नीचे बताए गए USSD कोड को Dial कर मोबाइल नंबर पता लगा सकते है

*282#

यदि आप BSNL सिम का इस्तेमाल करते है और अपने BSNLके मोबाइल नम्बर चेक करना चाहते है तो नीचे बताए गए USSD कोड को Dial कर मोबाइल नंबर पता लगा सकते है

*222#

यदि आप Jio सिम का इस्तेमाल करते है और अपने Jio के मोबाइल नम्बर चेक करना चाहते है तो नीचे बताए गए USSD कोड को Dial कर मोबाइल नंबर पता लगा सकते है

Call on 1299

यदि Jio का USSD कोड काम न करे तो परेशान न हो , बैलेंस खत्म होने के कुछ दिन पहले से Jio आपको sms सेंड करता है जिसमे आपका मोबाइल नंबर भी होता है

अगर आप मोबाइल रिचार्ज का व्यवसाय करते है तो आज ही मोबाइल रिचार्ज ID (पोर्टल) लेकर महीने का 10000 se 25000 रूपए कमाये

सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना Sukanya Samriddhi Yojana

Sukanya Samriddhi Yojana

सुकन्या समृद्धि योजना

सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने देश की मिडिल क्लास परिवारों से संबंध रखने वाली बालिकाओं को भविष्य में होने वाली आर्थिक समस्याओं से बचाने के लिए शुरू किया है। इस योजना के तहत माता पिता के द्वारा अपनी बालिका की आयु 10 वर्ष पूरी होने से पहले निवेश खाता खोला जाता है। यह निवेश खाता बैंक या पोस्ट ऑफिस में खोला जा सकता है। जिसमें बालिका के माता-पिता के द्वारा न्यूनतम 250 रुपए और अधिकतम 1.5 लाख रुपए प्रतिमाह निवेश के रूप में जमा किए जा सकते हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना क्या है

केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाने वाली सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) एक तरह की निवेश बचत योजना है। जो देश की 10 वर्ष से कम आयु की बालिकाओं के माता-पिता को उनके भविष्य को सुरक्षित करने हेतु निवेश करने के लिए आकर्षित करती है। यह योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का ही एक भाग है। इस योजना के तहत माता-पिता द्वारा बालिकाओं का निवेश खाता खोला जाता है जो 21 साल या 18 साल की आयु के बाद उसकी शादी तक संचालित किया जाता है। लेकिन इस खाते में 15 साल तक निवेश करना अनिवार्य है। सत्र 2022-23 के लिए इस खाते पर निवेश की गई धनराशि पर 7.6% की दर से ब्याज  प्रदान किया जाएगा और साथ ही इस योजना के तहत 1 साल में अधिकतम 1.5 लाख रुपए निवेश करने पर आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80C के तहत टैक्स में छूट भी प्रदान की जाएगी।

योजना का नामसुकन्या समृद्धि योजना
शुरू की गईकेंद्र सरकार द्वारा
लाभार्थीदेश की 10 वर्ष की आयु से कम की बालिकाएं
उद्देश्यबालिकाओं को भविष्य मे होने वाले आर्थिक समस्या से बचाना
साल2022

सुकन्या समृद्धि योजना SSY 2022 के तहत निर्धारित निवेश सीमा

खाताधारक इस योजना के तहत 1 साल में न्यूनतम 250 रुपए और अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक जमा कर सकता है। यह राशि खाताधारक को 15 साल तक जमा करनी जरूरी है। यदि आपकी कन्या 8 साल की है तो आपको 23 साल तक इस खाते में न्यूनतम निवेश राशि जमा करनी अनिवार्य है। इसके बाद आपको निवेश राशि पर परिपक्वता अवधि तक ब्याज मिलता रहेगा।

बालिका 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर निकाल सकती है 50% निवेश राशि

इस योजना के तहत खोले गए खाते पर 15 साल तक निवेश करना अनिवार्य है। लेकिन कन्या 18 वर्ष की आयु पूरी हो जाने के बाद या दसवीं कक्षा पास करने के बाद अपनी पढ़ाई करने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना खाते से 50% धनराशि निकाल सकती है। यह धनराशि कन्या या माता पिता/कानूनी अभिभावक द्वारा एक साथ या किस्तों में निकाली जा सकती है। परंतु 1 वर्ष में एक ही बार ही और अधिकतम 5 सालों तक किस्त में धनराशि निकाली जा सकते हैं।

Sukanya Samriddhi Yojana 2022 टैक्स फ्री

भारत सरकार द्वारा Samriddhi Yojana 2022 को टैक्स फ्री रखा गया है। इस योजना के तहत आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपए तक निवेश की गई राशि पर कोई टैक्स नहीं लगाया जाता है। इस योजना के तहत निवेश की गई राशि एवं उस पर अर्जित ब्याज के साथ-साथ परिपक्वता राशि पर भी कोई टैक्स नहीं लगता है। यह योजना खाताधारक की बचत को सुरक्षित रखने के साथ-साथ उन्हें टैक्स से भी बचाती है।

सुकन्या समृद्धि योजना के तहत निवेश खाते की परिपक्वता अवधि

इस योजना के तहत जो निवेश खाता खोला जाता है उसकी परिपक्वता अवधि बालिका के 21 साल के पूरे हो जाने पर या 18 साल की आयु के बाद उसकी शादी हो जाने तक होती हैं। लेकिन दोनों स्थितियों में इस खाते में निवेश खाता खोलने की तिथि से 15 साल की अवधि तक किया हुआ होना चाहिए। उसके बाद अकाउंट में परिपक्वता तक ब्याज मिलता रहेगा। चाहे आप खाते में कोई डिपाजिट करें या ना करें।

SSY खाता किन परिस्थितियों में परिपक्वता अवधि से पहले बंद किया जा सकता है

  • 18 साल की आयु हो जाने पर शादी के लिए- लाभार्थी बालिका द्वारा 18 साल की आयु हो जाने के बाद अपनी शादी के खर्च के लिए SSY खाते को परिपक्वता अवधि से पहले बंद किया जा सकता है।
  • खाताधारक की आकस्मिक मृत्यु होने की स्थिति में- अगर बालिका की अकास्मिक मृत्यु हो जाती हैं तो इस स्थिति में माता-पिता या कानूनी अभिभावक Sukanya Samriddhi Scheme खाते से जमा राशि और उस पर अर्जित ब्याज निकाल सकते हैं। यह राशि निकालने के लिए माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा खाताधारक की मृत्यु हो जाने से जुड़े संबंधित अधिकारी द्वारा वेरीफाई हुए दस्तावेजों को जमा करना होगा। इसके बाद तुरंत माता-पिता या कानूनी अभिभावक के खाते में यह धनराशि हस्तांतरित कर दी जाएगी।
  • आर्थिक रूप से खाता जारी रखने  असमर्थ होने पर– बालिका के माता-पिता आर्थिक रूप से खाता जारी रखने में असमर्थ होते हैं तो इस स्थिति में वह खाते को बंद कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए उन्हें संबंधित अधिकारी से अनुमति लेनी अनिवार्य है।

लाभार्थी देश के कौन-कौन से बैंक में SSY अकाउंट खुलवा सकता है

हमारे देश में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अधिकृत 28 बैंकों है। लाभार्थी इन बैंकों में से अपने नजदीकी किसी भी बैंक शाखा में जाकर SSY अकाउंट खुलवा  सकता है। यह 28 बैंक  निम्नलिखित इस प्रकार है।

  • बैंक ऑफ इंडिया
  • भारतीय स्टेट बैंक
  • पंजाब नेशनल बैंक
  • बैंक ऑफ बड़ौदा
  • ऐक्सिस बैंक
  • आंध्रा बैंक
  • बैंक ऑफ महाराष्ट्र
  • इलाहाबाद बैंक
  • पंजाब एंड सिंध बैंक
  • ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स
  • स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद
  • यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
  • यूको बैंक
  • यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया
  • विजय बैंक
  • बैंक ऑफ महाराष्ट्र
  • केनरा बैंक
  • देना बैंक
  • स्टेट बैंक ऑफ पटियाला
  • स्टेट बैंक ऑफ मैसूर
  • आईडीबीआई बैंक
  • आईसीआईसीआई बैंक
  • स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर
  • स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर

समृद्धि योजना का एक परिवार की कितनी बालिकाओं को मिलेगा लाभ

केंद्र सरकार द्वारा Samriddhi Yojana के तहत एक परिवार की केवल दो बालिकाओं का ही निवेश खाता खोलने की अनुमति है। लेकिन कुछ विशेष मामलों में एक परिवार की दो से अधिक बालिकाओं का निवेश खाता खोला जा सकता है।

  • अगर जुड़वा या तिड़वा बालिकाओं के जन्म से पहले एक बालिका का जन्म होता है या पहले एक साथ तीन बच्चे जन्म लेते हैं तो तीसरा खाता खोला जा सकता है।
  • अगर जुड़वा या तिड़वा बालिकाओं के जन्म के बाद एक ओर बालिका का जन्म होता है तो बस जुड़वा या तिड़वा बालिका का ही निवेश खाता खोला जा सकता है ना कि उनके बाद जन्मी बालिका का।

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) 2022 से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी

Samriddhi Yojana 2022 के तहत खोले गए खाते में प्रतिवर्ष 250 रुपए जमा करने अनिवार्य है। यदि किसी स्थिति में खाताधारक वर्ष में न्यूनतम 250 रुपए जमा नहीं करता है तो उसके खाते को डिफॉल्ट खाता कहा जाएगा। परंतु इस डिफॉल्ट खाते पर भी खाताधारक को परिपक्वता अवधि तक लागू ब्याज प्राप्त होता रहेगा।
लाभार्थी कन्या 18 साल की आयु पूरी कर लेने के बाद अपना सुकन्या समृद्धि खाता खुद संचालित कर सकती है। इसके लिए उसे पोस्ट ऑफिस या बैंक जहां पर उसका SSY खाता खुला हुआ है वहां पर जाकर सभी आवश्यक दस्तावेजों को जमा करना होगा।
10वीं कक्षा पास कर लेने के बाद कन्या अपने खाते में से 50% राशि एकमुश्त या किस्तों में निकाल सकती है। यह राशि 1 साल में एक बार और अधिकतम 5 साल तक किस्तों में निकाली जा सकते हैं।
SSY Account का मैच्योरिटी पीरियड 21 वर्ष है। परंतु कुछ परिस्थितियों में जैसे-18 वर्ष की आयु के बाद शादी होने पर, खाता धारक की मृत्यु हो जाने पर या आर्थिक रूप से खाता संचालित करने में परेशानी आने पर खाते को बंद किया जा सकता है।
इस योजना के तहत खोले गए निवेश खाते को देशभर में एक बैंक से दूसरे बैंक या एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर करने की सुविधा भी प्रदान की जाती है।

Sukanya Samriddhi Yojana 2022 के लाभ

मोदी सरकार द्वारा देश की 10 साल की आयु से कम की बालिकाओं के भविष्य को आर्थिक तंगी से बचाने के लिए इस योजना को संचालित किया गया है।
यह योजना खाताधारक को निवेश राशि पर 7.6% की दर से ब्याज प्रदान करती है जो टैक्स फ्री होता है।
केंद्र सरकार द्वारा संचालित की जाने वाली अन्य योजनाओं के तुलना में Sukanya Samriddhi Yojana 2022 निवेशकों को अधिक ब्याज दर पर गारंटी के साथ रिटर्न प्रदान करती है।
निवेशक इस योजना के तहत अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार हर साल न्यूनतम ₹250 और अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक निवेश कर सकता है।
इस योजना के तहत आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत हर साल ₹500000 तक के कर में छूट प्रदान की जाती है।

सुकन्या समृद्धि स्कीम के तहत पात्रता

बालिका के माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा ही बालिका का सुकन्या समृद्धि खाता खोला जा सकता है।
माता-पिता या अभिभावक को भारत का स्थाई निवासी होना अनिवार्य है।
10 वर्ष की आयु से कम की बालिका का ही इस योजना के तहत निवेश खाता खोला जा सकता है।
एक परिवार की केवल 2 लड़कियों का ही इस योजना के तहत निवेश खाता खोला जा सकता है। यदि किसी परिवार में एक लड़की के बाद जुड़वा लड़कियां जन्म लेती है तो इस दशा में जुड़वा लड़कियों का अलग-अलग निवेश खाता खोला जा सकता है।

आवश्यक दस्तावेज

माता-पिता या कानूनी अभिभावक का आधार कार्ड, पैन कार्ड, पहचान पत्र (जिनके द्वारा खाता संचालित किया जाता है)
बालिका का जन्म प्रमाण पत्र,
निवास प्रमाण पत्र
चिकित्सा प्रमाण पत्र
बैंक या डाकघर द्वारा मांगे जाने वाले सभी आवश्यक दस्तावेज

सुकन्या समृद्धि योजना 2022 के तहत अकाउंट खोलने की प्रकिया

सबसे पहले माता-पिता या कानूनी अभिभावक को सुकन्या समृद्धि योजना का आवेदन फॉर्म को पोस्ट ऑफिस या अपने नजदीकी बैंक से प्राप्त करना है।
अब आपको इस आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को ध्यानपूर्वक पढ़कर भरना है।
इसके बाद मांगे गए सभी आवश्यक दस्तावेजों को फॉर्म से अटैच कर देना है।
अब आपको यह फॉर्म उसी पोस्ट ऑफिस या बैंक में जमा करना है जहां से आपने इसे प्राप्त किया था।
इस तरह से आप सुकन्या समृद्धि योजना 2022 के तहत अपना आवेदन कर सकते हैं।

अपने SSY खाते का बैलेंस चेक कैसे करें?

सबसे पहले आपको अपने बैंक से लॉगिन क्रैडेंशियल्स प्रदान करने का निवेदन करना है।
लॉगइन क्रैडेंशियल्स सभी बैंकों के द्वारा प्रदान नहीं किया जाता है। केवल कुछ विशेष बैंक ही यह सुविधा प्रदान करते हैं।
अब लॉगइन क्रैडेंशियल्स प्राप्त करने के बाद आपको बैंक के इंटरनेट बैंकिंग पोर्टल पर लॉगइन करना है।
इसके बाद आपके सामने होमपेज खुलकर आ जाएगा।
अब आपको कन्फ़र्म बैलेंस के विकल्प पर क्लिक कर देना है।
इसके बाद आपके सामने सुकन्या समृद्धि खाते की राशि खुलकर आ जाएगी।
आप केवल इसी माध्यम से सुकन्या समृद्धि खाते का बैलेंस चेक कर सकते हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना की कुछ नियम व शर्तें
निवेश की शर्तें एवं नियम

खाता खुलवाने की आयु: सुकन्या समृद्धि खाता बालिका की 10 वर्ष की आयु होने से पहले अभिभावक द्वारा खोला जा सकता है।
खाते की संख्या: एक लड़की के लिए केवल एक ही खाता इस योजना के अंतर्गत खोला जा सकता है। इस योजना के अंतर्गत एक बेटी के लिए माता द्वारा अलग तथा पिता द्वारा अलग खाता ही नहीं संचालित किया जा सकता।
परिवार के खाताधारकों की संख्या: एक परिवार की केवल दो बेटियां ही इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।
जुड़वा बेटियों की स्थिति में एक परिवार की खाताधारक की संख्या: यदि जुड़वा या ट्रिपलेट बेटियों का जन्म होता है तो उस स्थिति में 2 से अधिक खाते भी खोले जा सकते हैं।
खाते का संचालन: सुकन्या समृद्धि खाते को खाताधारक की 18 वर्ष की आयु होने तक खाता धारक के अभिभावक द्वारा संचालित किया जाता है।

अधिकतम एवं न्यूनतम राशि जमा करने के नियम व शर्तें

न्यूनतम खाता खोलने के लिए राशि: इस योजना के अंतर्गत न्यूनतम 250 रुपए में खाता खोला जा सकता है।
न्यूनतम प्रतिवर्ष निवेश: प्रत्येक वर्ष इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी को 250 रुपए का निवेश करना होगा।
डिफॉल्ट की स्थिति: यदि खाताधारक द्वारा प्रतिवर्ष न्यूनतम 250 रुपए का निवेश नहीं किया गया तो इस स्थिति में खाते को डिफॉल्ट कर दिया जाएगा। यदि खाता डिफॉल्ट हो गया है तो इस स्थिति में खाते में 250 रुपए की न्यूनतम राशि का भुगतान एवं ₹50 की पेनल्टी का भुगतान करके खाते को पुनर्जीवित किया जा सकता है।
अधिकतम निवेश राशि: सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत अधिकतम ₹150000 तक की राशि का निवेश किया जा सकता है।
खाता खोलने के महत्वपूर्ण दस्तावेज: इस योजना के अंतर्गत खाता खोलने के लिए अभिभावक को form-1, बेटी का जन्म प्रमाण पत्र तथा अभिभावक का पैन कार्ड और आधार नंबर जमा करना होगा।
निवेश करने की अवधि: इस योजना के अंतर्गत खाता खोलने की तिथि से 15 साल तक निवेश किया जा सकता है।

परिपक्वता, कर लाभ एव ब्याज दरें से संबंधित नियम व शर्तें

परिपावकता आयु: सुकन्या समृद्धि खाता खुलने से 21 साल बाद या फिर बालिका के विवाह के समय 18 वर्ष की आयु होने के बाद परिपक्व हो जाएगा।
इंटरेस्ट रेट: सरकार द्वारा हर तिमाही आधार पर इंटरेस्ट रेट की अधिसूचना दी जाएगी। जनवरी 2021 से मार्च 2021 के लिए इस योजना के अंतर्गत इंटरेस्ट रेट 7.6% है।
ब्याज राशि: इस योजना के अंतर्गत ब्याज राशि वित्तीय वर्ष के अंत में खाते में जमा किया जाएगा। सुकन्या समृद्धि खाते को पोस्ट ऑफिस या फिर बैंक में खुलवाया जा सकता है।
कर लाभ: सेक्शन 80C के अंतर्गत इस योजना के अंतर्गत किया गया निवेश कर मुक्त है। इस योजना के अंतर्गत प्राप्त हुआ ब्याज तथा परिपक्वता राशि भी कर मुक्त है।

खाते की प्रीमेच्योर क्लोजर से संबंधित नियम व शर्ते

प्रीमेच्योर क्लोजर: सुकन्या समृद्धि खाते को समय से पहले (खाता खोलने के 5 साल बाद) बंद कराया जा सकता है।
खाता धारक की मृत्यु: यदि खाता धारक की मृत्यु हो जाती है तो इस स्थिति में यह खाता बंद करवाया जा सकता है।
जानलेवा रोग की स्थिति: यदि खाताधारक को किसी प्रकार का जानलेवा रोग हो जाता है तो इस स्थिति में भी यह खाता बंद करवाया जा सकता है।
अभिभावक की मृत्यु: खाताधारक के अभिभावक (जो खाते का संचालन करता है) की मृत्यु की स्थिति में भी यह खाता बंद करवाया जा सकता है।

सुकन्या समृद्धि खाते से पैसे निकालने के नियम व शर्तें

निकासी करने की स्थिति: सुकन्या समृद्धि योजना खाते से पिछले वित्तीय वर्ष के अंत में उपलब्ध शेष राशि का अधिकतम 50% तक की निकासी की जा सकती है। यह निकासी बालिका की शिक्षा के लिए की जा सकती है।
सुकन्या समृद्धि खाते निकासी करने के लिए आयु: यह निकासी बालिका की 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर या फिर दसवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद (दोनों में से जो भी पहले हो) की जा सकती है।
निकासी का प्रकार: खाते से निकासी एक साथ की जा सकती है या फिर किस्तों में भी की जा सकती है।

सुकन्या समृद्धि योजना के दिशा निर्देश

सुकन्या समृद्धि योजना को देश की बालिकाओं के उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आरंभ किया गया था।
इस योजना के अंतर्गत आयकर अधिनियम 80C के अंतर्गत डिडक्शन भी प्रदान की जाती है। इस योजना के अंतर्गत अकाउंट को बेटी के नाम पर खोला जाता है।
यह अकाउंट बेटी की 10 वर्ष की आयु होने से पहले खोला जाता है।
प्रत्येक परिवार में केवल दो अकाउंट खोले जा सकते हैं।
जब तक बालिका 18 वर्ष की आयु नहीं प्राप्त कर लेती तब तक इस योजना के अंतर्गत खोला हुआ खाता बालिका के माता-पिता द्वारा संचालित किया जाता है।
इस योजना के अंतर्गत अपना खाता खुलवाने के लिए बालिका के एवं उसके माता-पिता को कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जैसे कि आधार नंबर, पैन नंबर आदि जमा करने होंगे।
इस योजना के अंतर्गत खाता खुलवाने के लिए न्यूनतम 250 रुपए प्रतिवर्ष का निवेश करना होगा।
यदि न्यूनतम निवेश नहीं किया जाएगा तो खाता डिफॉल्ट हो जाएगा।
डिफॉल्ट खाते को 15 साल की अवधि के अंतर्गत दोबारा से खुलवाया जा सकता है।
जिसके लिए डिफॉल्ट के प्रत्येक वर्ष के न्यूनतम 250 रुपए की राशि जमा करनी होगी।
इस योजना के अंतर्गत अधिकतम राशि जमा करने की सीमा ₹150000 है।
निवेश की राशि पर सरकार द्वारा 7.60% का इंटरेस्ट प्रदान किया जाता है।
बालिका की शिक्षा के लिए अकाउंट को मैच्योरिटी से पहले 50% राशि निकाली जा सकती है एवं 50% राशि बालिका की 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने के पश्चात निकाली जा सकती है।
सुकन्या समृद्धि खाता, खाता खुलवाने की तिथि से 21 वर्ष की अवधि के बाद मैच्योर हो जाता है।
बालिका का विवाह होने पर इस खाते को बंद करवाया जा सकता है।