सीखो कमाओ योजना Sikho Kamao Yojana kya hai
Sikho Kamao Yojana

सीखो कमाओ योजना

सीखो कमाओ योजना के अंतर्गत युवाओं को प्रशिक्षण देने वाले प्रतिष्ठानों का पंजीयन 07 जून 2023 से और काम सीखने के इच्छुक युवाओं का पंजीयन 25 जून 2023 से आरंभ होगा। 15 जुलाई 2023 से युवाओं का आवेदन आरंभ होगा तथा 31 जुलाई 2023 से युवा, प्रतिष्ठान एवं मध्य प्रदेश के मध्य अनुबंध हस्ताक्षर (ऑनलाइन) की कार्यवाही होगी तथा 01 अगस्त 2023 से विभिन्न प्रतिष्ठानों में युवाओं का प्रशिक्षण प्रारंभ होगा। 1 माह प्रशिक्षण के उपरांत अर्थात् 1 सितंबर 2023 से युवाओं को राशि (स्टाइपेण्ड) का वितरण राज्य शाशन द्वारा किया जाएगा। उपरोक्त समस्त कार्यवाही योजना के पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन किया जाएगा। यह क्रांतिकारी योजना युवाओं को अपने पैरों पर खड़ा होना सिखायागी।

औपचारिक शिक्षा के उपरातं बहुधा युवा औद्योगिक एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में रोजगार प्राप्त करने के लिए पर्याप्त कुशल नहीं होते। माननीय मुख्यमंत्री जी के मंशानुरुप राज्य शाशन द्वारा औपचारिक शिक्षा प्राप्त युवाओं को पंजीकृत औद्योगिक एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में On-the-Job-Training (OJT) की सुविधा देने हेतु ”मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना” लागू की गई है, जिससे औद्योगिक एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान युवाओं को प्रशिक्षित करने तथा युवा ऐसा प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित हों।

योजना के तहत प्रतिवर्ष 1 लाख युवाओं को लाभ मिलेगा, आवश्यकतानुसार लक्ष्य बढ़ाया जा सकता हैं। प्रत्येक युवा को राज्य शाशन द्वारा ₹1 लाख तक का स्टाइपेंड भी प्रदान किया जाएगा।

1. युवाओं की पात्रता :

योजना के तहत ऐसे युवा पात्र होंगे,

  • जिनकी आयु 18 से 29 वर्ष तक हो |
  • जो मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी हों |
  • जिनकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं/आईटीआई उत्तीर्ण या उससे उच्च हो।

योजना के तहत चयनित युवा को “छात्र-प्रशिक्षणार्थी” कहा जाएगा।

2. युवाओं को स्टाइपेण्ड:

  • मध्यप्रदेश के युवाओं को प्रशिक्षण के साथ साथ प्रतिमाह स्टाइपेण्ड प्राप्त होगा।
  • 12वीं उत्तीर्ण को रु. 8000, आईटीआई उत्तीर्ण को रु. 8500, डिप्लोमा उत्तीर्ण को रु. 9000 एवं स्नातक उत्तीर्ण या उच्चशैक्षणिक योग्यता को रु. 10000 स्टाइपेण्ड प्राप्त होगा।
  • स्टाइपेण्ड, कोर्ष के लिए निर्धारित न्यूनतम शैक्षणिक अहर्ता के आधार पर निर्धारित किया गया है।

3. युवाओं को लाभ:

  • उद्योग-उन्मुख प्रशिक्षण।
  • नवीनतम तकनीक और नवीनतम प्रकिया के माध्यम से प्रशिक्षण।
  • व्यावसायिक प्रशिक्षण के दौरान स्टाइपेण्ड।
  • मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड (MPSSDEGB) द्वारा State Council for Vocational Training (SCVT) का प्रमाणन।
  • नियमित रोज़गार प्राप्त करने की योग्यता अर्जित करना।

मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना (MMSKY), मध्यप्रदेश शासन की उद्योग-उन्मुख प्रशिक्षण योजना है, जिसके माध्यम से व्यापक स्तर पर औपचारिक शिक्षा प्राप्त युवाओं को पोर्टल पर पंजीकृत प्रतिष्ठानों में छात्र-प्रशिक्षणार्थी के रूप में On-the-Job-Training (OJT) की सुविधा दी जाएगी।

पंजीयन योजना के पोर्टल https://mmsky.mp.gov.in/ पर कर सकते है।

पोर्टल पर पंजीयन नि:शुल्क है। सीएससी (CSC) अथवा एमपी ऑनलाइन (MP Online) के माध्यम से पंजीयन करने पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा निर्धारित सेवा शुल्क देय होगा।

पंजीयन उपरान्त लॉगिन आईडी एवं पासवर्ड SMS एवं E-mail द्वारा प्राप्त होगा|

पंजीयन के समय किसी समस्या/संशय समाधान हेतु पोर्टल पर दिए हेल्प डेस्क पर संपर्क किया जा सकता है।

देश/प्रदेश के ऐसे औद्योगिक एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान, जिनके पास PAN और GST पंजीयन है। समस्‍त प्रकार के निजी प्रतिष्ठान यथा- प्रोपराइटरशिप, एचयूएफ, कंपनी, पार्टनरशिप, ट्रस्ट, समिति, आदि योजना अंतर्गत पात्र होंगे।

पोर्टल पर प्रतिष्ठान पंजीयन करते समय निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता होगी-

i. प्रतिष्ठान का GSTIN,

ii. प्रतिष्ठान का EPFO (यदि कार्यबल 20 या 20 से अधिक हो तो)

प्रतिष्ठान अपने कुल कार्यबल, जिसमें नियमित व संविदात्मक कर्मचारी शामिल होंगे, का 15% की संख्या तक छात्र-प्रशिक्षणार्थियों को संलग्न कर सकते है।

प्रतिष्ठान के कुल कार्यबल की गणन नियमित एवं संविदात्मक कर्मचारी को शामिल करके की जाएगी।

हाँ, अन्य प्रदेश/केंद्र शासित प्रदेश में स्थित निजी प्रतिष्ठान योजना हेतु पात्र है।

 कोर्स की प्रशिक्षण अवधि 6 एवं 9 माह एवं 1 वर्ष है

योजना के तहत चयनित युवा को “छात्र-प्रशिक्षणार्थी” कहा जाएगा।

पंजीयन हेतु छात्र-प्रशिक्षणार्थी की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं अथवा आई॰टी॰आई॰ उत्तीर्ण है।

पंजीयन हेतु छात्र-प्रशिक्षणार्थी की आयु सीमा 18 से 29 वर्ष है एवं आयु की गणना 01 जुलाई 2023 से की जाएगी।

योजना का लाभ लेने के लिए छात्र-प्रशिक्षणार्थी को मध्यप्रदेश का स्थानीय निवासी होना अनिवार्य है

छात्र-प्रशिक्षणार्थी को प्रशिक्षण के दौरान रु 8000 से 10000 तक स्टाइपेण्ड प्राप्त होगा।

मध्यप्रदेश शासन द्वारा छात्र-प्रशिक्षणार्थी को कोर्स की योग्यता अनुसार निर्धारित स्टाइपेण्ड का 75 प्रतिशत Direct Benefit Transfer (DBT) के माध्यम से भुगतान किया जायेगा।

प्रतिष्ठान द्वारा छात्र-प्रशिक्षणार्थी को कोर्स की योग्यता अनुसार निर्धारित स्टाइपेण्ड का न्यूनतम 25 प्रतिशत भुगतान किया जायेगा।

हाँ, प्रतिष्ठान छात्र-प्रशिक्षणार्थी को स्टाइपेण्ड के 25% राशि से अधिक राशि का भुगतान कर सकते है।

हाँ, प्रतिष्ठान प्रशिक्षण उपरान्त छात्र-प्रशिक्षणार्थी को नियमित रोजगार दे सकते है।

नहीं, प्रतिष्ठान प्रशिक्षण उपरान्त छात्र-प्रशिक्षणार्थी को नियमित रोजगार देने हेतु बाध्य नहीं है।

नहीं, प्रतिष्ठान द्वारा छात्र-प्रशिक्षणार्थी को On-the-Job-Training (OJT) के दौरान आवास एवं भोजन की सुविधा प्रदान करना अनिवार्य नहीं है। प्रतिष्ठान अपनी स्वेच्छा से छात्र-प्रशिक्षणार्थी को आवास, भोजन एवं अन्य सुविधाएँ दे सकते है।

क्या छात्र-प्रशिक्षणार्थी अप्रेन्टिसशिप ट्रेनिंग (NAPS) के साथ-साथ मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना (MMSKY) मे On-the-Job-Training (OJT) कर सकते है?

नहीं, छात्र-प्रशिक्षणार्थी अप्रेन्टिसशिप ट्रेनिंग (NAPS) के साथ-साथ मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना (MMSKY) मे On-the-Job-Training (OJT) नहीं कर सकते है।

हाँ, सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण होने एवं निर्धारित मूल्यांकन उपरान्त मध्यप्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड (MPSSDEGB) द्वारा State Council for Vocational Training (SCVT) का प्रमाण-पत्र प्रदाय किया जाएगा।

मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना अंतर्गत मैं हूं मध्यप्रदेश की लाड़ली बहना (सेल्फी कॉन्टेस्ट)
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना

मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना

 

राज्य शासन महिलाओं के सशक्तिकरण और सभी क्षेत्रों में उन्हें बराबरी के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा “मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना” प्रारंभ की गई। योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर उन्हें सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाना है।

10 जून से मिलेगा योजना का लाभ

योजनांतर्गत पात्र बहनों को प्रतिमाह रु.1000 और वार्षिक रु. 12000 की राशि उनके बैंक खातों में राज्य सरकार द्वारा जमा कराई जाएगी। योजना में प्रदेश की 1 करोड़ 25 लाख से अधिक बहनों द्वारा पंजीकरण कराया गया है। 10 जून 2023 से सभी पात्र बहनों के खाते में एक-एक हजार रूपये अंतरित किये जाएंगे। बहनों को यह राशि प्रतिमाह प्रदान की जाएगी।

मैं हूं लाड़ली बहना – सेल्फी कॉन्टेस्ट में भाग लें और जीतें आकर्षक पुरस्कार

सभी पात्र बहनें योजना के संबंध में अपनी प्रसन्नता और अभिव्यक्ति साझा कर सकें इस उद्देश्य से मैं हूं लाड़ली बहना – सेल्फी कॉन्टेस्ट का आयोजन mp.mygov.in पोर्टल पर किया जा रहा है। इस कॉन्टेस्ट के माध्यम से बहनें अपनी सेल्फी और संदेश माननीय मुख्यमंत्री जी तक पहुंचा सकती हैं। कॉन्टेस्ट में भाग लेने के लिए बहनों को अपनी सेल्फी और संदेश 08 जून से 20 जून 2023 तक साझा करनी होगी।

प्रतियोगिता में ऐसे हों शामिल

प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए प्रतिभागियों को mp.mygov.in पोर्टल पर अपनी सेल्फी अपलोड करनी होगी। सेल्फी अपलोड करने के लिए प्रतिभागी –

• सेल्फी पाइन्ट पर दिये गये क्यूआर कोड सीधे मोबाईल से स्केन कर अपना रजिस्ट्रेशन कराते हुए अपनी सेल्फी अपलोड कर सकेंगे।

• प्रतिभागी सीधे mp.mygov.in पोर्टल पर भी जाकर प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकते हैं। इसके लिए उन्हें निम्न स्टेप फॉलो करने होंगे-
स्टेप- 1
प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए mp.mygov.in पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें ।
स्टेप – 2
पोर्टल के होम पेज पर उपलब्ध लाड़ली बहना सेल्फी कॉन्टेस्ट के बैनर पर क्लिक करें।
स्टेप – 3
सेल्फी कॉन्टेस्ट प्रतियोगिता का पेज खुलेगा जिस पर उपलब्ध आवश्यक जानकारी, नियम एवं शर्ते सावधानी पूर्वक पढ़ें ।
स्टेप – 4
इसी पेज पर नीचे दिए बॉक्स में इमेज फाइल (सेल्फी) अपलोड कर अपनी सामान्य जानकारी (नाम, पूरा पता पिनकोड सहित) लिखते हुए संदेश लिखें।
स्टेप- 5
अपनी प्रविष्टि को सुनिश्चित करने के लिए सेव बटन पर क्लिक करें।

पुरस्कार

सर्वश्रेष्ठ सेल्फी एवं संदेश के आधार पर प्रदेश के प्रत्येक जिले से 3 बहनों को विजेता के रूप में चयनित किया जाएगा। विजेताओं को जनसम्पर्क संचालनालय मध्यप्रदेश शासन द्वारा आकर्षक पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।

प्रथम पुरस्कार- रु. 3000
द्वितीय पुरस्कार- रु. 2000
तृतीय पुरस्कार – रु. 1000

प्रविष्टियां जमा करने के लिए सेल्फी एवं संदेश के साथ कृपया mp.mygov.in में निम्न लिखित जानकारी प्रदान करें। (दी गई जानकारी गलत होने पर प्रविष्टियां निरस्त कर दी जाएंगी)
1. पूरा नाम –
2. पूरा पता (गाँव/शहर का नाम एवं जिला पिन कोड सहित) –
3. मोबाइल नंबर –

प्रतियोगिता की प्रारंभ तिथि – 08 जून 2023
प्रतियोगिता की अंतिम तिथि- 20 जून 2023

प्रतियोगिता के नियम एवं शर्तें:

• कृपया अपनी सेल्फी प्रविष्टि को jpeg/png/pdf फॉर्मेट में अपलोड करें एवं संदेश को टेक्स्ट बॉक्स में लिखें।
• प्रविष्टि के साथ अपनी जानकारी प्रतिभागी का नाम, पूरा पता, (गाँव/शहर का नाम एवं जिला पिन कोड सहित) और अपना मोबाइल नंबर अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करना होगा।
• चयन हेतु एक प्रतिभागी द्वारा केवल एक प्रविष्टि ही स्वीकार की जाएँगी।
• प्रविष्टियों का चयन विशेषज्ञ पैनल द्वारा किया जायेगा एवं अंतिम निर्णय पैनल का ही मान्य होगा।
• प्रविष्टियां (सेल्फी एवं संदेश) विषय से संबंधित होना चाहिए। सेल्फी वास्तविक होना अनिवार्य है, फोटोशॉप या अन्य किसी भी सॉफ्टवेयर से तैयार की गई सेल्फी की प्रतियोगिता में भागीदारी समाप्त मानी जावेगी।
• भेजे गए संदेश में किसी भी तरह की अनुचित एवं आपत्तिजनक शब्दावली प्रयोग करने की स्थिति में भी प्रविष्टि रद्द कर दी जावेगी।
• पुरस्कृत एवं प्राप्त प्रविष्टियों को जनसम्पर्क संचालनालय म.प्र.शासन किसी भी रूप में उपयोग करने हेतु स्वतंत्र होगा।
• प्रचारक लिंक वाली प्रविष्टियां को रद्द कर दिया जाएगा।

प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागी यह सुनिश्चित करें कि:
a) उन्होंने प्रवेश की सभी शर्तों का अनुपालन किया है।
b) उनकी प्रविष्टियां मौलिक हैं।
c) उनकी प्रविष्टियां किसी भी तीसरे पक्ष की बौद्धिक सम्पदा अधिकारों का उल्लंघन नहीं करती है।

आप अपनी सेल्फी jpg, jpeg, एवं png. फार्मेट में नीचे कमेंट में अपलोड कर अपना संदेश टेक्स्ट बॉक्स में सबमिट कर सकते हैं।

MPBSE भोपाल के कक्षा 10वी और 12वी के परीक्षा परिणाम कल 25 मई 2023 को जारी किए जायेंगे
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ध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (एमपीबीएसई) भोपाल हर वर्ष हजारों छात्रों को माध्यमिक और उच्च माध्यमिक परीक्षाओं में शिक्षा देता है। यह परीक्षा माध्यम से छात्रों की प्रगति और सफलता का मापदंड होता है। इस लेख में, हम एमपीबीएसई भोपाल की आगामी परिणामों पर विचार करेंगे और छात्रों को उन परिणामों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।


हर साल एमपीबीएसई भोपाल माध्यमिक और उच्च माध्यमिक परीक्षाएं आयोजित करता है। परीक्षा के बाद, परिणाम घोषित करने के लिए थोड़ा समय लगता है। एमपीबीएसई भोपाल के कक्षा 10वी और 12वी के परीक्षा परिणाम कल 25 मई 2023 को जारी किए जायेंगे


एमपीबीएसई भोपाल के परिणाम छात्रों को विभिन्न तरीकों से प्राप्त हो सकते हैं। आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर छात्र अपना परिणाम देख सकते हैं। छात्रों को अपनी परीक्षा रोल नंबर, नाम और अन्य आवश्यक जानकारी के साथ परिणाम की प्राप्ति करनी होगी। इसके अलावा, छात्र अन्य सूचना स्रोतों जैसे कि समाचार पत्र, टेलीविजन, और सरकारी अधिसूचनाओं के माध्यम से भी परिणामों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।


परिणामों के घोषणा के समय, छात्रों को उनकी सफलता के लिए बधाई देना महत्वपूर्ण है। उन्हें अपने परिणामों पर गर्व महसूस करना चाहिए और अपने भविष्य की योजनाओं को समृद्ध करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्हें याद रखना चाहिए कि परिणाम सिर्फ एक मापदंड होता है और वे अपनी मेहनत, तैयारी, और संघर्ष में जारी रखेंगे। एमपीबीएसई भोपाल के कक्षा 10वी और 12वी के परीक्षा परिणाम कल 25 मई 2023 को जारी किए जायेंगे 


एमपीबीएसई भोपाल के आगामी परिणामों की घोषणा छात्रों के लिए उत्साहपूर्ण समय होता है। छात्रों को आधिकारिक वेबसाइट या अन्य सूचना स्रोतों के माध्यम से अपडेट रहना चाहिए। छात्रों को अपने परिणामों पर गर्व महसूस करना चाहिए और अपने भविष्य की योजनाओं को समृद्ध करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। परिणाम सिर्फ एक मापदंड होता है, और छात्रों को अपनी मेहनत, तैयारी, और संघर्ष में जारी रखना चाहिए।

जबलपुर, मध्य प्रदेश के गौरव: यूपीएससी टॉपर जातिन जैन की कहानी

जबलपुर, मध्य प्रदेश के गौरव: यूपीएससी टॉपर जतिन जैन(91 रैंक) की कहानी

यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) परीक्षा भारत में सरकारी सेवाओं में प्रवेश के लिए एक प्रमुख परीक्षा है। यह परीक्षा वहाँ के युवाओं के लिए एक प्रमुख लक्ष्य है जिनकी मानसिकता, स्वाधीनता और मेहनत उन्हें इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करती है। इस लेख में हम जबलपुर, मध्य प्रदेश से आए यूपीएससी टॉपर जतिन जैन पिता समीर जैन की कहानी के बारे में बात करेंगे। उन्होंने अपने परीक्षा में श्रेष्ठ स्थान हासिल किया है और अपने प्रयासों और मेहनत से सभी को प्रेरित किया है।

जतिन जी को UPSC मे चयनित होने पर बधाई,

जतिन जैन पिता समीर जैन, जो जबलपुर, मध्य प्रदेश से हैं, ने यूपीएससी की तैयारी के लिए बहुत मेहनत की है। उन्होंने दिन-रात कठिनाईयों का सामना करते हुए अपनी पढ़ाई में लगातारता बनाई रखी। वे अपने सपनों को साकार करने के लिए पूरी दृढ़ता और समर्पण के साथ काम किया।

जतिन जैन पिता समीर जैन ने अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतरता का महत्व समझा है। वे निरंतरता के साथ अपने स्टडी प्लान को अनुरूप अपने दैनिक जीवन को आयोजित किया। उन्होंने प्रतिदिन कुछ नया सीखने का प्रयास किया और अपने अध्ययन की गति को बनाए रखने के लिए निरंतर जीवन में सुधार किया।

जतिन जैन पिता समीर जैन को अपनी परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए उन्होंने निरंतर प्रयास किया और सफलता को हासिल किया। यह सबूत है कि सफलता के लिए उम्मीदवार को धैर्य और संघर्ष की आवश्यकता होती है।

यूपीएससी की परीक्षा में सफल होने के लिए सामान्य ज्ञान का अच्छा ज्ञान होना आवश्यक होता है। जतिन जैन ने सामान्य ज्ञान की तैयारी में विशेष महत्व दिया और विभिन्न क्षेत्रों में अच्छी पकड़ बनाई। यह उन्हें परीक्षा में अधिक मार्क्स प्राप्त करने में मदद करता है।

जतिन जैन जैसे यूपीएससी टॉपरों की कहानियां हमें यह दिखाती हैं कि मेहनत, निरंतरता और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। हमें उनसे प्रेरणा मिलती है कि हम अपने सपनों को पूरा करने के लिए अपार मेहनत करें और निरंतरता से अग्रसर रहें।

जबलपुर, मध्य प्रदेश से सृष्टि जैन: UPSC परिणाम में शानदार सफलता की कहानी

Srushti jain (daughter of Sujeet Jain bhau) has cleared the UPSC exam with a rank of '165'

UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) परीक्षा भारत में सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक है। यह देश की प्रशासनिक सेवाओं में शामिल होने की आकांक्षा रखने वाले उम्मीदवारों के ज्ञान, योग्यता और नेतृत्व कौशल की परीक्षा करती है। इस लेख में, हम जबलपुर, मध्य प्रदेश से सृष्टि जैन की प्रेरणादायक यात्रा पर विचार करेंगे, जिन्होंने UPSC परीक्षा में 165 रैंक के साथ शानदार सफलता प्राप्त की है, जो उनकी दृढ़ता, मेहनत और अटूट ध्यान का प्रतिपादन करती है।

सृष्टि जैन, जो मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से है, जिनके पिता श्री सुजीत जैन (भाउ) जबलपुर दिगम्बर जैन पंचायत सभा के उपाध्यक्ष है, सृष्टि जैन राष्ट्र की सेवा करने का सपना देखा । उनकी यात्रा उनकी क्षमताओं में विश्वास और सभी रास्ते पर आए बाधाओं को पार करने की अटल इच्छा के साथ शुरू हुई। निरंतर दृढ़ता के साथ, उन्होंने UPSC परीक्षा को क्रैक करने के लिए मार्ग पर प्रवेश किया।

सृष्टि जैन के सफलता के मार्ग पर चुनौतियों से भरी नहीं थी। उन्होंने विभिन्न विद्यालयों और कोचिंग संस्थानों में अपनी तैयारी की और निरंतर मेहनत की। जबलपुर, मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक और शिक्षणिक माहौल में बढ़ी हुई उनकी तैयारी ने उन्हें उच्च स्तरीय ज्ञान और आत्मविश्वास प्रदान किया।

सृष्टि जैन की सफलता में उनके समर्पण और परिश्रम का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने सोशल मीडिया, टेलीविजन, और अन्य माध्यमों के माध्यम से संघ लोक सेवा आयोग के बारे में जागरूकता बढ़ाई और अन्य छात्रों को प्रेरित किया। उन्होंने खुद को परिश्रमी बनाया, अध्ययन करने का समय निकाला, और संघ लोक सेवा की तैयारी में अपना सब कुछ समर्पित किया।


सृष्टि जैन की समर्पितता और मेहनत ने उन्हें UPSC परीक्षा में शानदार सफलता प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ाया। उन्होंने अपने प्रयासों के फलस्वरूप यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन की परीक्षा में उच्चतम रैंक प्राप्त की और अपने सपनों को साकार किया।

सृष्टि जैन की UPSC परीक्षा में सफलता उनकी मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास का प्रतीक है। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि संघ लोक सेवा परीक्षा में सफल होने के लिए समर्पितता, प्रयास और आत्म-विश्वास आवश्यक हैं। सृष्टि जैन ने अपने निरंतर प्रयासों से हमें साबित किया है कि किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कठिनाइयों का सामना करना और निरंतर मेहनत करना महत्वपूर्ण होता है।

रुष्टि जैन, जो जबलपुर, मध्य प्रदेश से हैं, यूपीएससी में टॉपर बनने का सपना पालती रहीं। उनकी यात्रा नजरअंदाज की जाने वाली किसी छोटी से शुरुआत नहीं थी। उन्होंने जीवन के निर्णय और कठिनाइयों के सामना करने के लिए सही मार्ग का चयन किया।

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India Book of Records : Maximum post office national saving certificates invested by a couple  India Book of Records

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एक कहावत है की बूँद बूँद से घड़ा भरता है इस को चरितार्थ करते हुए जबलपुर के यूट्यूब क्रिएटर सुशील मोदी ने अपनी पत्नी योगिता मोदी के साथ मिल पर बचत के उद्देश्य से वर्ष 2018 से प्रति माह 5000-5000 रुपये निवेश पोस्ट ऑफिस एनएससी में किया, और इस प्रकार अभी तक उन्होंने 105 पोस्ट ऑफिस एनएससी में लगातार निवेश किया, कोरोना महामारी जैसे काल में भी उन्होंने अपनी बचत और निवेश जारी रखा और आज उनका नाम इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में सर्वाधिक पोस्ट ऑफिस एनएससी में निवेश करने ले लिए दर्ज हुआ, एक पोस्ट ऑफिस एनएससी 5 वर्ष के लिए होती है इस प्रकार 5 बर्ष बाद पोस्ट ऑफिस एनएससी की राशि व्याज सहित प्राप्त होती है और और सुशील मोदी और उनकी पत्नी को 5 वर्ष बाद प्रति माह 14500 से अधिक की राशि अगले पांच वर्षो तक लगातार प्राप्त होती रहेगी ये एक अपने तरह का पहला मामला है जब सरकारी निवेश योजना में किसी ने इतने लम्बे समय तक और लगातार बचत और निवेश किया और इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया

एनएससी एक सरकारी निवेश योजना है, जिसे भारतीय सरकार की गारंटी सहित प्रदान किया जाता है। यह गारंटी सुनिश्चित करती है कि प्रमाणपत्र के माध्यम से किए गए निवेश पर निरंतर ब्याज का प्राप्त होना सुनिश्चित होता है।

पोस्ट ऑफिस एनएससी: सुरक्षित निवेश विकल्प
पोस्ट ऑफिस द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न डाकिया सेवा के अलावा, वित्तीय सेवाओं की भी व्यापक श्रृंखला प्रदान की जाती है, जिसके अंतर्गत राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) एक महत्वपूर्ण निवेश विकल्प है। इस लेख में, हम पोस्ट ऑफिस में एनएससी के बारे में विशेषताएं, लाभ और महत्व को जानेंगे जो इसे एक सुरक्षित निवेश विकल्प बनाते हैं।

१. एनएससी की समझ:
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र एक निश्चित आय निवेश योजना है जो भारतीय सरकार द्वारा प्रदान की जाती है। इसका उद्देश्य व्यक्तियों के बीच दीर्घकालिक बचत को बढ़ावा देना है जबकि सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना है। एनएससी को देशभर में निर्धारित पोस्ट ऑफिसों पर खरीदा जा सकता है, जिससे यह विभिन्न निवेशकों के लिए आसानी से उपलब्ध हो जाता है।

२. एनएससी की विशेषताएं:

निश्चित समयावधि: एनएससी की निश्चित समयावधि पांच वर्ष होती है। इसका मतलब है कि एनएससी को निवेश किया जाने के बाद पांच वर्ष तक कोई नए निवेश या निकासी का विकल्प नहीं होता है।

सरकारी गारंटी: एनएससी एक सरकारी निवेश योजना है, जिसे भारतीय सरकार की गारंटी सहित प्रदान किया जाता है। यह गारंटी सुनिश्चित करती है कि प्रमाणपत्र के माध्यम से किए गए निवेश पर निरंतर ब्याज का प्राप्त होना सुनिश्चित होता है।

कर का लाभ: एनएससी में किए गए निवेश पर प्राप्त किया गया ब्याज कर के अधीन होता है। इससे निवेशकों को अपनी आय पर कर का लाभ प्राप्त होता है।

आयात कर का छूट: एनएससी के लिए पांच वर्षीय निवेश को आयात कर के छूट के तहत आयातित नहीं किया जाता है। इसका मतलब है कि निवेशकों को अपनी निवेश राशि पर कोई आयात कर नहीं देनी होती है।

निवेश राशि का प्रमाणीकरण: एनएससी में निवेश की न्यूनतम राशि का प्रमाणीकरण होता है। निवेशकों को न्यूनतम राशि के माध्यम से एनएससी में निवेश करने का विकल्प मिलता है।

संक्षेप में कहें तो, पोस्ट ऑफिस एनएससी एक सुरक्षित निवेश विकल्प है जो सरकारी गारंटी, निश्चित समयावधि, ब्याज का लाभ और कर की छूट के साथ आता है। इसे खरीदने के लिए निर्धारित पोस्ट ऑफिसों का उपयोग किया जा सकता है, जिससे यह निवेश विकल्प साधारण निवेशकों के लिए आसानी से उपलब्ध हो जाता है।

G20 सम्मिट नई दिल्ली प्रदीप कुमार जैन का मितव्ययिता संदेश

बचत और निवेश एक सुगम आर्थिक मार्ग : प्रदीप कुमार जैन "लिम्का बुक आफ रिकार्डस" धारक 

नई दिल्ली: चाहे वह क्षेत्र बिजली , पानी, तेल, खाद्य पदार्थ या समय का ही क्यों न हो , सभी क्षेत्रो में बचत करने को शासन प्रशासन द्वारा बढाबा दिया जा रहा है हर एक क्षेत्र में की गई बचत का मूल्यांकन देश में प्रचलित मुद्रा में होता है , मितव्ययिता का सामान अर्थ है बचत या व्यवस्थित व्यय जिससे नियमित बचत को प्रेरित करता मार्ग दिखे ,
हमारे जीवन की व्यवस्था ही कुछ ऐसी है की जब तक जीवन है तब तक धन की आवस्यकता रहती है युवा अवस्था में छोटी से छोटी संचित धन राशि ही वृद्धावस्था के समय आर्थिक शक्ति बनती है

जो व्यक्ति आर्थिक शक्ति को संग्रहित रखता है वो आपने साथ एक आज्ञाकारी सेवक उत्पन्न कर लेता है जो हर समय हर अवस्था में सेवा सहायता उपलब्ध रहता है जी अपने भविष्य के लिए जागरूक रहता है वही इसे प्राप्त करता है , मानव जीवन में मितव्यिता बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण स्थान रखती है सुखद और सुनिश्चित भविष्य लिए मितव्ययता अति आवश्यक है

आज हमारे देश की जनता की व्यक्तिगत एवं रोजाना की घरेलू आवश्यकता की पूर्ति के लिए नियमित, स्वअनुशासित तरीके से लम्बे समय के लिए “अल्प बचत” करने की आदत डालने की आवश्यकता है तथा आम जनता सफल रोल माडल की वर्किंग स्टाइल की नकल करना सहज स्वीकार करना आसान मानती है और इस प्रक्रिया से “कैपिटल फारमेशन” होगा ।.

चुनावी वर्ष में शिवराज सिंह चौहान का शासकीय नौकरी के लिए आवेदन करने वालो को तोहफा
shivraj singh

यदि आप शासकीय नौकरी की तलाश में है और मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में शामिल होना चाहते है तो कई बार आपके सामने मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा अलग अलग परीक्षा में आवेदन करते समय देने वाले परीक्षा शुल्क और पोर्टल चार्ज के भुगतान के लिए पड़ने वाले आर्थिक बोझ से जरूर परेशान होंगे, एक तो बेरोजगार ऊपर से बार बार परीक्षा शुल्क और पोर्टल चार्ज का खर्च आपके साथ आपके अविभावक परेशान होते है

पर अब चुनावी वर्ष में शिवराज सिंह चौहान का शासकीय नौकरी के लिए आवेदन करने वालो को तोहफा दिया है अब मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में शामिल होने के लिए आपको केवल एक बार ही आवेदन शुक्ल देना होगा , उसके बाद आने वाली किसी भी परीक्षा के लिए आवेदक को परीक्षा शुल्क नहीं देना होगा केवल mponline का निर्धारित पोर्टल शुल्क देना होगा ,

उस सम्बन्ध में दिनांक 20 अप्रैल 2023 को आदेश जारी किया गया जो तत्काल प्रभाव से अगले एक वर्ष के लिए होगा