पोस्ट ऑफिस KVP (Kisan Vikas Patra) एक सुरक्षित निवेश विकल्प

पोस्ट ऑफिस सामुदायिकों के लिए महत्वपूर्ण डाक सेवाओं के साथ-साथ विभिन्न निवेश सेवाएं भी प्रदान करता है। एक ऐसा प्रमुख निवेश विकल्प है किसान विकास पत्र (KVP) जो पोस्ट ऑफिस में उपलब्ध होता है। इस लेख में, हम KVP की विशेषताओं, लाभों, और महत्व की बात करेंगे जो यहां पोस्ट ऑफिस KVP के रूप में एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में प्रमुखता देता है।

  1. KVP की परिचय: किसान विकास पत्र एक निवेश योजना है जिसे भारतीय सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है। इसका उद्देश्य निवेशकों को दीर्घकालिक बचत को प्रोत्साहित करना है जबकि निश्चित रिटर्न्स की गारंटी भी सुनिश्चित की जाती है। KVP को देशभर में निर्दिष्ट पोस्ट ऑफिसों पर खरीदा जा सकता है, जिससे इसे विभिन्न निवेशकों के लिए आसानी से पहुंचने योग्य बनाया जाता है।

  2. KVP की विशेषताएँ:

  • निवेश की अवधि: KVP में निवेश की अवधि पांच वर्ष होती है। इसके दौरान, निवेशक को नियमित ब्याज की प्राप्ति होती है और अंत में मूल राशि के साथ प्राप्त की जाती है। इसे निवेशकों की बचत योजनाओं और व्यक्तिगत आर्थिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए विचारशील बनाता है।
  • गारंटीकृत रिटर्न्स: KVP पर निवेश करने पर सरकार द्वारा गारंटीत ब्याज दिया जाता है। इससे निवेशक को सुरक्षित और स्थिर रिटर्न्स की गारंटी मिलती है।
  • प्रतिबंधित निधि: KVP एक प्रतिबंधित निधि है, जिसका अर्थ है कि निवेशक निधि को निवेश के दौरान नहीं वापस कर सकते हैं। इससे लंबे समय तक बचत की उचितता और आवश्यकता प्रोत्साहित होती है।
  1. KVP के लाभ:
  • सुरक्षित निवेश: पोस्ट ऑफिस KVP एक सुरक्षित निवेश विकल्प है जो नियमित रिटर्न्स और प्रमाणित कर रिटर्न्स के रूप में प्रदान किया जाता है।
  • प्राथमिकता: KVP में निवेश करने के लिए कोई प्राथमिकता या न्यूनतम राशि की मांग नहीं होती है। इससे छोटे निवेशकों के लिए भी यह उपयुक्त है जो अधिक धन नहीं निवेश कर सकते हैं।
  • पुनर्निवेश की सुविधा: KVP की अवधि के अंत में, निवेशक निवेश राशि को पुनर्निवेश कर सकते हैं। इससे निवेशकों को बचत योजनाओं में निवेश करने का लाभ मिलता है और उनकी धनराशि को बढ़ाने का एक अच्छा तरीका होता है।

संक्षेप में कहें तो, पोस्ट ऑफिस KVP एक सुरक्षित निवेश विकल्प है जो नियमित रिटर्न्स और प्रमाणित कर रिटर्न्स के साथ प्रदान किया जाता है। यह छोटे निवेशकों के लिए उपयुक्त है और अपने आर्थिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक विचारशील निवेश विकल्प है।

लेखकः सुशील मोदी (वित्त सलाहकार एवं इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स धारक) सर्वाधिक पोस्ट ऑफिस NSC में निवेश

India Book of Records : Maximum post office national saving certificates invested by a couple  India Book of Records

Maximum post office national saving certificates invested by a couple under India Book of Records 2024

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एक कहावत है की बूँद बूँद से घड़ा भरता है इस को चरितार्थ करते हुए जबलपुर के यूट्यूब क्रिएटर सुशील मोदी ने अपनी पत्नी योगिता मोदी के साथ मिल पर बचत के उद्देश्य से वर्ष 2018 से प्रति माह 5000-5000 रुपये निवेश पोस्ट ऑफिस एनएससी में किया, और इस प्रकार अभी तक उन्होंने 105 पोस्ट ऑफिस एनएससी में लगातार निवेश किया, कोरोना महामारी जैसे काल में भी उन्होंने अपनी बचत और निवेश जारी रखा और आज उनका नाम इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में सर्वाधिक पोस्ट ऑफिस एनएससी में निवेश करने ले लिए दर्ज हुआ, एक पोस्ट ऑफिस एनएससी 5 वर्ष के लिए होती है इस प्रकार 5 बर्ष बाद पोस्ट ऑफिस एनएससी की राशि व्याज सहित प्राप्त होती है और और सुशील मोदी और उनकी पत्नी को 5 वर्ष बाद प्रति माह 14500 से अधिक की राशि अगले पांच वर्षो तक लगातार प्राप्त होती रहेगी ये एक अपने तरह का पहला मामला है जब सरकारी निवेश योजना में किसी ने इतने लम्बे समय तक और लगातार बचत और निवेश किया और इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया

एनएससी एक सरकारी निवेश योजना है, जिसे भारतीय सरकार की गारंटी सहित प्रदान किया जाता है। यह गारंटी सुनिश्चित करती है कि प्रमाणपत्र के माध्यम से किए गए निवेश पर निरंतर ब्याज का प्राप्त होना सुनिश्चित होता है।

पोस्ट ऑफिस एनएससी: सुरक्षित निवेश विकल्प
पोस्ट ऑफिस द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न डाकिया सेवा के अलावा, वित्तीय सेवाओं की भी व्यापक श्रृंखला प्रदान की जाती है, जिसके अंतर्गत राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) एक महत्वपूर्ण निवेश विकल्प है। इस लेख में, हम पोस्ट ऑफिस में एनएससी के बारे में विशेषताएं, लाभ और महत्व को जानेंगे जो इसे एक सुरक्षित निवेश विकल्प बनाते हैं।

१. एनएससी की समझ:
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र एक निश्चित आय निवेश योजना है जो भारतीय सरकार द्वारा प्रदान की जाती है। इसका उद्देश्य व्यक्तियों के बीच दीर्घकालिक बचत को बढ़ावा देना है जबकि सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना है। एनएससी को देशभर में निर्धारित पोस्ट ऑफिसों पर खरीदा जा सकता है, जिससे यह विभिन्न निवेशकों के लिए आसानी से उपलब्ध हो जाता है।

२. एनएससी की विशेषताएं:

निश्चित समयावधि: एनएससी की निश्चित समयावधि पांच वर्ष होती है। इसका मतलब है कि एनएससी को निवेश किया जाने के बाद पांच वर्ष तक कोई नए निवेश या निकासी का विकल्प नहीं होता है।

सरकारी गारंटी: एनएससी एक सरकारी निवेश योजना है, जिसे भारतीय सरकार की गारंटी सहित प्रदान किया जाता है। यह गारंटी सुनिश्चित करती है कि प्रमाणपत्र के माध्यम से किए गए निवेश पर निरंतर ब्याज का प्राप्त होना सुनिश्चित होता है।

कर का लाभ: एनएससी में किए गए निवेश पर प्राप्त किया गया ब्याज कर के अधीन होता है। इससे निवेशकों को अपनी आय पर कर का लाभ प्राप्त होता है।

आयात कर का छूट: एनएससी के लिए पांच वर्षीय निवेश को आयात कर के छूट के तहत आयातित नहीं किया जाता है। इसका मतलब है कि निवेशकों को अपनी निवेश राशि पर कोई आयात कर नहीं देनी होती है।

निवेश राशि का प्रमाणीकरण: एनएससी में निवेश की न्यूनतम राशि का प्रमाणीकरण होता है। निवेशकों को न्यूनतम राशि के माध्यम से एनएससी में निवेश करने का विकल्प मिलता है।

संक्षेप में कहें तो, पोस्ट ऑफिस एनएससी एक सुरक्षित निवेश विकल्प है जो सरकारी गारंटी, निश्चित समयावधि, ब्याज का लाभ और कर की छूट के साथ आता है। इसे खरीदने के लिए निर्धारित पोस्ट ऑफिसों का उपयोग किया जा सकता है, जिससे यह निवेश विकल्प साधारण निवेशकों के लिए आसानी से उपलब्ध हो जाता है।

G20 सम्मिट नई दिल्ली प्रदीप कुमार जैन का मितव्ययिता संदेश

बचत और निवेश एक सुगम आर्थिक मार्ग : प्रदीप कुमार जैन "लिम्का बुक आफ रिकार्डस" धारक 

नई दिल्ली: चाहे वह क्षेत्र बिजली , पानी, तेल, खाद्य पदार्थ या समय का ही क्यों न हो , सभी क्षेत्रो में बचत करने को शासन प्रशासन द्वारा बढाबा दिया जा रहा है हर एक क्षेत्र में की गई बचत का मूल्यांकन देश में प्रचलित मुद्रा में होता है , मितव्ययिता का सामान अर्थ है बचत या व्यवस्थित व्यय जिससे नियमित बचत को प्रेरित करता मार्ग दिखे ,
हमारे जीवन की व्यवस्था ही कुछ ऐसी है की जब तक जीवन है तब तक धन की आवस्यकता रहती है युवा अवस्था में छोटी से छोटी संचित धन राशि ही वृद्धावस्था के समय आर्थिक शक्ति बनती है

जो व्यक्ति आर्थिक शक्ति को संग्रहित रखता है वो आपने साथ एक आज्ञाकारी सेवक उत्पन्न कर लेता है जो हर समय हर अवस्था में सेवा सहायता उपलब्ध रहता है जी अपने भविष्य के लिए जागरूक रहता है वही इसे प्राप्त करता है , मानव जीवन में मितव्यिता बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण स्थान रखती है सुखद और सुनिश्चित भविष्य लिए मितव्ययता अति आवश्यक है

आज हमारे देश की जनता की व्यक्तिगत एवं रोजाना की घरेलू आवश्यकता की पूर्ति के लिए नियमित, स्वअनुशासित तरीके से लम्बे समय के लिए “अल्प बचत” करने की आदत डालने की आवश्यकता है तथा आम जनता सफल रोल माडल की वर्किंग स्टाइल की नकल करना सहज स्वीकार करना आसान मानती है और इस प्रक्रिया से “कैपिटल फारमेशन” होगा ।.