प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 12वीं किस्त 17
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 12वीं किस्त 17 अक्टूबर 2022 जारी की जायेगी.
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 12वीं किस्त (PM Kisan 12th Installment) के लिये काफी लंबे समय से कयास लगाये जा रहे हैं. वैसे तो दीवाली तक पीएम किसान की 12वीं किस्त आने की उम्मीद थी ही, लेकिन इस बीच कृषि मंत्रालय ने ऑफिशियल स्टेटस जारी करके कन्फर्म कर दिया है कि 17-18 अक्टूबर को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त ट्रांसफर की जायेगी. दरअसल पूसा मेला ग्राउंड (Pusa Mela Ground) पर आयोजित एग्री स्टार्ट एप कॉन्क्लेव (Agri Start Up Conclave 2022) के साथ-साथ पीएम किसान सम्मान सम्मेलन भी आयोजित किया जायेगा. इस दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 10 करोड़ से अधिक किसानों को लगभग 20 हजार करोड़ रुपये की राशि जारी की जायेगी.
थम गया अटकलों का दौर
खरीफ फसलों की कटाई के बाद रबी फसलों की बुवाई के लिये किसानों को पैसों की जरूरत पड़ती ही है. ऐसे में अब कृषि मंत्रालय ने आधिकारिक बयान जारी करके कन्फर्म कर ही दिया है कि 17 अक्टूबर से ही किसानों के बैंक खातों में पीएम किसान सम्मान निधि की 12 किस्त के 2000 रुपये आने शुरू हो जायेंगे.
किसानों को मिलेगा दिवाली का तोहफा
जाहिर है कि पीएम किसान योजना के तहत 10 करोड़ से भी ज्यादा किसानों को साल में 6,000 रुपये दिये जाते हैं. ये सम्मान राशि तीन किस्तों में चार महीने के अंतराल पर दो-दो हजार रुपये की किस्तों में ट्रांसफर होती है. इससे छोटे और सीमांत किसानों को खेती-किसानी और व्यक्तिगत खर्चों को निपटाने में मदद मिलती है. अभी तक पीएम किसान योजना के तहत किसानों को 11 किस्तों में 2.10 लाख करोड़ रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से सीधा बैंक खातों में ट्रांसफर की जा चुकी है.
इस कारण हुई देरी
पीएम किसान की 11वीं किस्त ट्रांसफर होने पर कई अपात्र किसानों ने पीएम किसान योजना की सम्मान राशि का गलत तरीके से लाभ लिया, जिसके बाद केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर ई-केवाईसी और लाभार्थियों के बैंक खातों का वेरिफिकेशन शुरू कर दिया. इस योजना से कई किसान फर्जी दस्तावेजों के जरिये 2,000 रुपये का लाभ ले रहे थे. राज्य सरकारों ने इन किसानों को नोटिस जारी किये और किस्तें वापस वूसलने के बाद अपात्र किसानों को योजना से बाहर कर दिया. अभी तक किसानों को वेरिफिकेशन जारी है. यह अपने अंतिम चरण में है, जिसके तहत किसानों के बैंक खाते, आधार नंबर और जमीन का डिजिटल ब्यौरा (खसरा-खतौनी) का भी सत्यापन चल रहा है.
लिस्ट में चैक करें नाम
17-18 अक्टूबर को पीएम किसान की 12वीं किस्त (PM Kisan 12th Installment) किसानों के बैंक खातों में आनी शुरू हो जायेगी. ऐसे में सभी लाभार्थी किसानों को पीएम किसान लाभार्थी सूची 2022 में अपना नाम चैक कर लेना चाहिये, क्योंकि वेरिफिकेशन के बाद ये सूची लगातार अपडेट की जा रही है. ऐसे में कहीं आपका नाम पीछे ना छूट जाये.
- पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जायें.
- होम पेज खुलते ही Farmer’s Corner के कॉलम पर Beneficiary Status के ऑप्शन को सलेक्ट करें.
- नया वेब पेज खुलने पर अपना राज्य, जिला, ब्लॉक और गांव का नाम समेत सभी जानकारियां भर दें.
- इसके बाद बैंक खाते और आधार से लिंक अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करवायें.
- इसके बाद कैप्चा कोड एंटर करके Get Data पर क्लिक कर दें.
- इसके बाद आपकी स्क्रीन पर ही PM Kisan Beneficiary List 2022 खुल जायेगी. यहां अपना नाम चैक कर सकते हैं.
Spice Money नया पासवर्ड कैसे बनाये LOGIN PASSWORD HAS EXPIRED | Daily Limit exceeded to Set Password
LOGIN PASSWORD HAS EXPIRED | Daily Limit exceeded to Set Password
आज कल वित्तीय धोका धड़ी बढ़ती जा रही और और आपके मोबाइल वॉलेट और बैंक में रखा पैसा जोखिम भरा हो सकता है इसीलिए सुरक्षा कारणों से हमें आपने पासवर्ड बदलते रहने चाहिए, पर कई बार हम ऐसा नहीं करते और फ्रॉड का शिकार हो जाते है, इसीलिए कंपनियों द्वारा हमारे द्वारा बनाये गए पासवर्ड की एक समय अवधि नियत की गई है जिसमे समान्यता 365 दिन पूरे होने पर हमारा पासवर्ड EXPIRED हो जाता है पासवर्ड के EXPIRED हो जाने के बाद उस पासवर्ड से आपकी अधिकारी ID (SMA) लॉगिन नहीं होगी आपको नया पासवर्ड बनाना पड़ेगा,
Spice Money का Password EXPIRED हो जाने के आपको नया password बनाना पड़ेगा , नया password बनाते समय कंपनी द्वारा आपके register मोबाइल नंबर पर एक OPT सेंड किया जायेगा , आपको वो otp डालने के बाद नया password बनाना पड़ेगा नया password बनाते समय आपको ध्यान रखना है की
- नया पासवर्ड कम से कम 8 अक्षरों का हो
- नया पासवर्ड पुराने पासवर्ड से मेल न खाता हो
- नए पासवर्ड में कम से एक अक्षर कैपिटल (अंग्रेजी का बड़ा अक्षर) हो
- नए पासवर्ड में कम से एक अक्षर स्माल (अंग्रेजी का छोटा अक्षर) हो
- नए पासवर्ड में कम से एक स्पेशल सिंबल हो (जैसे @ $ # *)
- नए पासवर्ड में कम से एक नंबर हो
ऊपर वर्णित नियम को ध्यान में रख कर आप नया पासवर्ड बना सकते है उदहारण के लिए India@2022
अगर आप बार बार पासवर्ड सेट करने का असफल प्रयास करते है और ये प्रयास 5 बार कर चुके है तो आपको एक सन्देश (Daily Limit exceeded to Set Password) आएगा जिसके अनुसार आप एक दिन में जितने बार पासवर्ड सेट करने का प्रयास कर सकते थे वो पूरे हो गए है ऐसी स्तिथि में आपको कंपनी के कस्टमर केयर में कॉल करने नए OTP के लिए अनुरोध करना होगा, नया OTP आने के बाद आप ऊपर दिए गए नियम के अनुसार पासवर्ड बना सकते है
क्या होता है NPCI Agent Negative List ?
क्या होता है NPCI Agent Negative List
क्या होता है NPCI Agent Negative List
Aadhaar Enabled Payment System (AePS) की सुविधा भारत सरकार की वित्तीय समावेशन योजना को साकार रूप देने में एक महत्त्व पूर्ण सुविधा है जिसके माध्यम से ग्राहक बिना बैंक जाये आपने घर के पास किसी भी ग्राहक सेवा केंद्र से आधार कार्ड के माध्यम से नगद निकासी कर सकता है वर्तमान में कई निजी कंपनी ग्राहक सेवा केंद्र उपलब्ध कराती है, परन्तु निजी कंपनी से ग्राहक सेवा केंद्र लेना बहुत आसान होने के कारण Aadhaar Enabled Payment System (AePS) में बहुत अधिक मात्रा में वित्तीय धोका धड़ी हो रही जिसमे ग्राहक की जानकारी के बिना उनके खाते से पैसा निकल लेना या अधिक पैसा निकल लेना जैसे प्रकरण शामिल है चुकी Aadhaar Enabled Payment System (AePS) के अधिकांश उपयोगकर्ता ग्राहक ग्रामीण परिवेश के होते है जिस कारण वो आपने साथ होने वाले धोके से अनभिज्ञ होते है कई केस में तो उनको पता भी नहीं चलता की उनके साथ कोई वित्तीय धोका हुआ है , क्यों की वो पासबुक अपडेट करने या मोबाइल SMS को इंग्लिश में पड़ने में असक्षम होते है
इसकी आवस्यकता क्यों पड़ी
Aadhaar Enabled Payment System (AePS) के माध्यम से फ्रॉड करने वाला व्यकित को पकड़ना और ट्रेक करना बहुत कठिन है , अगर ऐसा व्यक्ति फ्रॉड करने के बाद पहचाना जाता है तो वो पुरानी कंपनी का ग्राहक सेवा केंद्र बंद कर नई कंपनी से काम करने लगता है
इस प्रकार के फ्रॉड को रोकने के लिए NPCI (National Payments Corporation of India) ने एक नई व्यवस्था शुरू की है जिसमे वित्तीय फ्रॉड वाले ग्राहक सेवा केंद्र को पहचान कर NPCI Agent Negative List में डाला जायेगा और NPCI Agent Negative List वाले व्यक्ति या संस्था की सभी निजी कंपनी या बैंक से सम्बन्ध सभी एजेंसी (ग्राहक सेवा केंद्र )को बंद कर दिया जायेगा
NPCI Agent Negative List में नाम कैसे जुड़ता है
NPCI (National Payments Corporation of India) का मुख्य उद्देश फ्रॉड करने वाले व्यकित या ग्राहक सेवा केंद्र को पहचान करना और भविष्य में वो किसी भी प्रकार से ग्राहक सेवा केंद्र संचालित न कर सके उसको रोकना है साथ ही को होने वाली वित्तीय हानि को फ्रॉड करने वाले व्यकित या ग्राहक सेवा केंद्र से वसूलना है
जब ग्राहक सेवा केंद्र प्रदाता कंपनी को पता चलता है की उसके किसी ग्राहक सेवा केंद्र ने ग्राहक के साथ फ्रॉड किया है तो वो उस ग्राहक सेवा केंद्र की ID/Code को तत्काल प्रभाव से बंद कर देता है और ग्राहक सेवा केंद्र की जानकारी जैसे PAN, Aadhaar , मोबाइल, email आदि NPCI (National Payments Corporation of India) को NPCI Agent Negative List में शामिल करने भेज देता है इसके बाद NPCI (National Payments Corporation of India) उस ग्राहक सेवा केंद्र/ व्यक्ति को NPCI Agent Negative List में शामिल कर देता है और सभी बैंक को उस ग्राहक सेवा केंद्र / व्यक्ति की जानकारी भेज देता है जिससे सभी बैंक उस ग्राहक सेवा केंद्र / व्यक्ति की सभी ID/Code को बंद कर देती है और बैंक आपने से जुड़े ग्राहक सेवा केंद्र उपलब्ध करने वाली निजी कंपनी को ये जानकारी दे देती है
एक बार यदि कोई ग्राहक सेवा केंद्र / व्यक्ति NPCI Agent Negative List में शामिल हो जाता है तो वो भविष्य में किसी भी प्रकार का बैंकिंग सेवा केंद्र नहीं चला सकता है ऐसा व्यक्ति रिटेलर (ग्राहक सेवा केंद्र), डिस्ट्रीब्यूटर या सुपर डिस्ट्रीब्यूटर के रूप में काम नहीं कर सकता ऐसा व्यक्ति से सम्बंधित सभी रिटेलर (ग्राहक सेवा केंद्र), डिस्ट्रीब्यूटर या सुपर डिस्ट्रीब्यूटर को बंद कर दिया जाता है
Bank के नए नियम: ‘चेक बाउंस’ होने पर दूसरे खाते से काटे जाएंगे पैसे!
चेक बाउंस के मामलों (Cheque Bounce Case) पर केंद्र सरकार सख्ती से निपटने की योजना बना रही है. आपको बता दे कि वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) चेक जारी करने वाले के अन्य खातों से पैसा काटने और ऐसे मामलों में नए खाते खोलने पर रोक लगाने जैसे कई कड़े नियमो को लाने पर विचार कर रही है.
Finance Ministry ने चेक बाउंस के बढ़ते मामलों को देखते हुए एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई थी. इस तरह के कई सुझाव प्राप्त हुए हैं. ऐसे मामलों से कानूनी प्रणाली पर भार बढ़ता जा रहा है. इसमें कुछ ऐसे सुझाव हैं जिनमें कुछ कदम कानूनी प्रक्रिया से पहले उठाने पर चर्चा की गई है. साथ ही चेक जारी करने वाले के खाते में पर्याप्त पैसा नहीं है तो उसके अन्य खातों से राशि काट लेना का नियम आ सकता है.
कानूनी राय पर विचार
सूत्रों के अनुसार अन्य सुझावों में चेक बाउंस के मामले को कर्ज चूक की तरह लेना और इसकी जानकारी लोन सूचना कंपनियों को देना शामिल है, जिससे कि व्यक्ति के अंक कम किए जा सके. इन सुझावों को स्वीकार करने से पहले कानूनी राय ली जाएगी.
ये सुझाव अमल में आते हैं, तो भुगतानकर्ता को चेक का भुगतान करने पर मजबूर होना पड़ेगा और मामले को अदालत तक ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इससे कारोबारी सुगमता बढ़ेगी तथा खाते में पर्याप्त पैसा नहीं होने के बावजूद जानते-बूझते चेक जारी करने के चलन पर भी रोक लगेगी. चेक जारी करने वाले के अन्य खाते से राशि स्वत: काटने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया और अन्य सुझावों को देखना होगा. चेक बाउंस होने का मामला अदालत में दायर किया जा सकता है और यह एक दंडनीय अपराध है जिसमें चेक की राशि से दोगुना जुर्माना या दो वर्ष तक का कारावास या दोनों सजा हो सकती है.
पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के उद्योग संगठन (पीएचडीसीसीआई) ने हाल में वित्त मंत्रालय से अनुरोध किया था कि चेक बाउंस के मामले में बैंक से पैसा निकलने पर कुछ दिन तक अनिवार्य रोक जैसे कदम उठाए जाएं जिससे कि चेक जारी करने वालों को जवाबदेह बनाया जा सके. PHDCCI का कहना है कि केंद्र सरकार को ऐसा कानून लाना चाहिए, जिसके तहत चेक का भुगतान नहीं होने की तारीख से 90 दिन के अंदर दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता के जरिये मामले को सुलझाया जाएगा.
केन्द्रीय वित्तीय सेवा विभाग के सचिव संजय मल्होत्रा को पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) ने एक पत्र लिखा है. इस पत्र में उद्योग ने चेक बाउंस होने का मुद्दे को गंभीरता के साथ उठाया है. पीएचडीसीसीआई (PHDCCI) के महासचिव सौरभ सान्याल का कहना है कि भारत सरकार अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए कारोबार सुगमता पर ध्यान केंद्रित कर रही है, इसलिए चेक के बाउंस होने से संबंधित मुद्दों पर विचार करना बहुत महत्वपूर्ण है. यह खरीदार और विक्रेता के बीच अविश्वास पैदा करता है.
कैंसिल चेक का मतलब क्या होता है?
जब आप किसी बैंक या इंश्योरेंस कंपनियों में निवेश करते हैं तो आपसे कई बार फाइनेंशियल कामों में कैंसिल चेक मांगा जाता है. भले ही हम डिजिटलाइजेशन की ओर तेजी से बढ़ रहे हों, लेकिन इसकी उपयोगिता बरकरार है.
क्या आप जानते हैं कि इंश्योरेंस कंपनियों को अपने बैंक अकाउंट की पूरी जानकारी देने के बावजूद कैंसिल चेक मांगने का क्या कारण हो सकता है. आपको बता दें कि कैंसिल चेक से ट्रांजैक्शन नहीं किए जा सकते हैं. इसका इस्तेमाल केवल आपके अकाउंट को वेरिफाई करने के लिए किया जाता है. जब किसी को कैंसिल चेक दिया जाता है तो दो समानांतर लाइन के बीच में Cancelled लिख दिया जाता है. जिससे आपके इस चेक का कोई भी गलत इस्तेमाल न कर सके.
कैंसिल चेक पर साइन जरूरी नहीं
जब आप किसी के कैंसिल चेक देते हैं तो कैंसिल चेक पर साइन करने की जरूरत नहीं होती है. इस पर आपको केवल कैंसिल लिखना होता है. इसके अलावा चेक पर क्रॉस मार्क बनाया जा सकता है. इस तरह का चेक आपके अकाउंट को केवल वेरिफाई करता है. अगर आपने किसी संस्थान को बैंक का कैंसिल चेक दिया तो इसका मतलब यह हुआ कि आपका उस बैंक में खाता है. चेक पर आपका नाम हो भी सकता है और नहीं भी हो सकता है. आपका अकाउंट नंबर लिखा होता है और जिस ब्रांच में अकाउंट है, उसका IFSC कोड लिखा होता है. बता दें कि कैंसिल चेक के लिए आपको हमेशा केवल काली और नीली स्याही का इस्तेमाल करना चाहिए. किसी दूसरे रंग की स्याही का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. नहीं तो आपका चेक अमान्य कर दिया जाएगा.
कैंसिंल चेक की कब पड़ती है जरूरत
जब आप फाइनेंस से जुड़ा कोई काम करते हैं तो कैंसिल चेक मांगा जाता है. जब आप कार लोन, पर्सनल लोन, होम लोन लेते हैं तो लेंडर्स आपसे कैंसिल चेक की मांग करते हैं. ऐसा आपके अकाउंट को केवल वेरिफाई करने के लिए किया जाता है. अगर प्रोविडेंट फंड से ऑफलाइन पैसा निकालते हैं तो कैंसिल चेक की जरूरत होती है. अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो कंपनियां कैंसिल चेक की जानकारी मांगती हैं. इसके अलावा इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के पर भी इसकी जरूरत होती है.
कैंसिल चेक देते समय ध्यान रखें ये बातें
अगर आप यह सोचते हैं कि कैंसिल चेक बेकार है, तो ये सोचकर किसी को भी कैंसिल चेक नहीं देना चाहिए. कैंसिल चेक पर आपके बैंक खाते से जुड़ी अहम जानकारी होती है. इसका इस्तेमाल गलत तरीके से आपके खाते से पैसे निकालने के लिए किया जा सकता है. ऐसे में साइन किया हुआ चेक कभी भी कैंसिल कर किसी को न दें.
कैंसिल चेक संबंधित कामों की डिटेल
- – डीमैट खाता खुलवाने के लिए
- – बैंक में केवाईसी कराने के लिए
- – बीमा खरीदने के लिए
- – ईएमआई भरने के लिए
- – म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए
- – बैंक से लोन पाने के लिए
- – ईपीएफ का पैसा निकालने के लिए