संगीत सम्राट तानसेन की जन्म स्थली बेहट ग्वालियर अब होगा तानसेन नगर, सीएम ने की घोषणा

संगीत सम्राट तानसेन
संगीत सम्राट तानसेन की जन्म स्थली बेहट ग्वालियर अब होगा तानसेन नगर, सीएम ने की घोषणा
संगीत सम्राट तानसेन की जन्म स्थली बेहट

संगीत सम्राट तानसेन की जन्म स्थली बेहट में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 101 करोड़ की लागत के विकास कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण किया। उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री भारत सिंह कुशवाह के अनुरोध पर मुख्यमंत्री ने महाविद्यालय खोलने के साथ बेहट का नाम तानसेन नगर करने की घोषणा की। बेहट क्षेत्र स्थित अंजनी माता मंदिर के जीर्णोद्धार के लिये एक करोड़ रुपये की धनराशि उपलब्ध कराने और चंदीला डैम का जीर्णोद्धार तकनीकी परीक्षण के आधार पर कराने की घोषणा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने की। दंदरौआ धाम पर विकास कार्यों का भूमिपूजन ग्वालियर चंबल अंचल में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भिंड के दंदरौआधाम भी पहुंचे। जहां डा. हनुमान की पूजा अर्चना के बाद वहां 69.28 लाख की लागत से बनने वाली नक्षत्र वाटिका, सामुदायिक भवन, पानी का टैंक समेत अन्य विकास कार्याें का भूमि पूजन किया।

भारतीय संगीत का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व व्यापक है और इसके आदि-मध्य-अंत में कई महान संगीतकारों ने इस कला को प्रगाया है। इनमें से एक महान संगीतकार तानसेन हैं, जिन्होंने अपने स्वर की शानदारता और संगीतीय ज्ञान के लिए प्रशंसा प्राप्त की है। और यहां पर उनका जन्म हुआ था, वह स्थान बेहट ग्राम है।

बेहट ग्राम, मध्य प्रदेश, भारत में स्थित है और यह तानसेन की जन्मस्थानी के रूप में प्रसिद्ध है। यह ग्राम प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ है और उन लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है जो संगीत और तानसेन के प्रति आदर रखते हैं।

बेहट ग्राम के आस-पास के क्षेत्र में एक मंदिर स्थित है, जिसे तानसेन के जन्मस्थान के रूप में मान्यता प्राप्त है। यहां उनकी स्मृति को आदर्शवादी रूप से संबोधित किया जाता है और यहां के श्रद्धालु उनके प्रतिमा की पूजा करते हैं। यह मंदिर एक आध्यात्मिक स्थल है, जहां लोग तानसेन की संगीतिकता और उनके योगदान के प्रति श्रद्धा के साथ उनकी पूजा और भक्ति करते हैं।

तानसेन का जीवन संगीत के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सादी के रूप में जाना जाता है। उन्होंने अपने उत्कृष्ट संगीतीय कौशल के माध्यम से भारतीय संगीत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। उनकी मधुर आवाज, राग-रंग की विस्तृतता और संगीत की रमणीयता के लिए उन्हें “संगीत सम्राट” के रूप में जाना जाता है।

बेहट ग्राम में तानसेन के जन्मस्थान के पास एक संग्रहालय भी स्थित है। यह संग्रहालय तानसेन के जीवन, उनके संगीत, उनकी संगीतिक यात्रा और उनकी महत्वपूर्ण रचनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है। यहां आप पुरातात्विक वाद्ययंत्रों, संगीतीय साधनों, एंटिक शोध प्रदर्शन और तानसेन संबंधी अन्य आइटम देख सकते हैं।

बेहट ग्राम एक ऐसा स्थान है जहां संगीत प्रेमी और पर्यटक तानसेन के संगीतिक उत्सव का आनंद ले सकते हैं। इस छोटे ग्राम की प्राकृतिक सुंदरता, तानसेन के महत्वपूर्ण स्थलों का आदर्शवादी महसूस करने का अवसर प्रदान करती है। यह एक दर्शनीय स्थल है जहां आप संगीत के महान सम्राट तानसेन के गर्व में खुद को समर्पित कर सकते हैं।

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