AePS चलते है तो जान ले ये नए नियम नहीं तो बंद हो जायेगा आपका कोड

अगर आप किसी फिनटेक कंपनी का Aeps चलते है सावधान होने की आवस्यकता है , क्यों की बैंक ग्राहकों के साथ बढ़ते धोकाधड़ी के मामले और लगातार शिकायतों के बाद NPCI RBI बैंक और फिनटेक कंपनी कंपनी ने अपने रिटेलर के लिए दिशा निर्देश जारी किये है

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लगातार शिकायतों के बाद अलग अलग राज्यों की पुलिस और लोकल प्रशासन ने एक गिरोह पर्दाफास किया है जिनके पास से लाखो लोगो का आधार डाटा और उनके फिंगर प्रिंट के क्लोन बरामद हुए , ये गिरोह बैंक खाता धारको के फिंगर प्रिंट का सिलिकॉन के माध्यम क्लोन बना लेते थे जिनका पता बैंक खाता धारको को नहीं लगता था , फिर क्लोन बन जाने के बाद ये अलग अलग समय पर बैंक खाता धारको का बैलेंस चेक करके उनके खाते से रकम उड़ा देते थे , सामान्यता बैंक खाता धारको को कई बार इसका पता भी नहीं चलता था क्यों की ऐसे बैंक खाता धारको कम आय वर्ग के और अशिक्षित होते थे और उनके बैंक में मोबाइल लिंक नहीं होता था या वो इंग्लिश में sms को समझ नहीं पाते थे

अब इस पर सख्ती से रोक लगाने के लिए NPCI RBI Bank और फिनटेक कंपनी ने सयुक्त रूप से कार्यवाही की है जिसमे पूरे देश में जिन जिन पिन कोड में फ्रॉड हुआ उन पिनकोड की Aeps ID को ब्लॉक कर दिया और रिटेलर के ट्रांसेक्शन पैटर्न को वॉच किया जा रहा , अगर किसी रिटेलर का ट्रांसेक्शन पैटर्न संदेह में आता है तो तत्काल ही उसकी ID बंद कर दी जा रही है

NPCI RBI Bank और फिनटेक कंपनी नीचे दिए गए ट्रांसेक्शन को संदेह में देखती है

  • यदि रिटेलर ग्राहक से ओवर चार्जिग करता है और 1010,2020,3030 जैसी रकम निकासी करता है
  • Aeps विथड्राल करते समय एक ही मोबाइल नंबर अलग अलग ग्राहकों के लिए प्रयोग करता है
  • जितना Aeps करता है उतना ही मनी ट्रांसफर करता है
    नगद निकासी का रिकॉर्ड नहीं रखता
  • कंपनी से आने वाले वेरीफाई कॉल का जवाब नहीं देता
  • रिटेलर का मोबाइल नंबर अधिक दिनों तक स्विच ऑफ रहता है
  • अगर Aeps में फेल ट्रांसजेक्शन की दर अधिक है (जैसे फिंगर मैच नहीं होना और रिटेलर बार बार फिंगर लगाए)
  • मूव टू बैंक या मनी ट्रान्सफर paytm पेमेंट बैंक या एयरटेल पेमेंट बैंक के संदेह वाले खातों में हो
  • एक फिंगर प्रिंट डिवाइस एक से ज्यादा फिनटेक कंपनी में यूज़ करना (आप एक ही कंपनी के साथ काम करे)

यदि ID बंद हो जाता है तो कंपनी द्वारा फिजिकल वेरीफाई करने के बाद ही एक्टिवट किया जायेगा और रिटेलर के पास लेनदेन का रजिस्टर होना आवश्यक है